कोरोना वायरस के डर से ईरान में 70,000 कैदी रिहा
नई दिल्ली- लगता कोरोना वायरस से निपटने में शुरुआती ढिलाई ईरान पर भारी पड़ रही है। नतीजा ये हुआ है कि सरकार अब कैदियों को रिहा कर रही है। पहले 54 हजार कैदियों को छोड़ने की खबरें आई थीं, अब उनकी कुल संख्या बढ़कर 70,000 तक पहुंच चुकी है। कैदियों को छोड़ते वक्त ईरान में उनसे ये भी नहीं कहा जा रहा है कि उन्हें वापस जेल में आना भी है या उन्हें हमेशा के लिए रिहा कर दिया गया है। बता दें कि ईरान में कोरोना वायरस की चपेट में आकर अब तक दो सांसदों की मौत हो चुकी है। वहीं इटली की जेलों में इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए की जा रही सख्ती के चलते दंगे शुरू हो चुके हैं, जिसमें अभी तक 6 कैदियों के मारे जाने की सूचना है। चीन के बाद इस बीमारी से सबसे ज्यादा मौत इटली में ही हुई है।
ईरान में 70,000 कैदी रिहा
ईरान सरकार ने कोरोना वायरस के डर से वहां की जेलों में बंद करीब 70,000 कैदियों को रिहा कर दिया है। ये जानकारी ईरान की जुडिशियरी की न्यूज साइट मिजान ने जुडिशियरी चीफ इब्राहिम रैइसी के हवाले से दी है। रैइसी ने आगे भी ऐसी रिहाई होते रहने का संकेत देते हुए कहा है कि, 'जब तक ये कैदी समाज की सुरक्षा के लिए खतरा नहीं बनते उनकी रिहाई जारी रहेगी।' हालांकि, रैइसी ने ये साफ नहीं किया है कि जिन कैदियों को रिहा किया गया है, उन्हें वापस कब तक जेल में लौटना है। बता दें कि ईरान में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की तादाद लगातार तेजी से बढ़ती ही जा रही है। इसके साथ ही वहां इस बीमारी से होने वाली मौतों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है 49 नई मौतें होने के बाद वहां इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 194 तक पहुंच चुकी है। मरने वालों में दो सांसद, सात नेता और सरकारी अधिकारी भी शामिल बताए जा रहे हैं।
इटली की जेलों में हिंसा, 6 कैदियों की मौत
उधर इटली की जेलों में भी कोरोना वायरस के चलते कोहराम मचा हुआ है। एक विदेशी न्यूज एजेंसियों के मुताबिक वहां की जेलों में कोरोना वायरस को लेकर दंगे शुरू हो चुके हैं और इसमें 6 कैदियों की मौत हो गई है। ये दंगे कोरोना वायरस की वजह से लगने वाली तमाम पाबंदियों के चलते हो रहे हैं, जिसमें कैदियों से मिलने वाले मुलाकातियों की संख्या सीमित करना भी शामिल है। तीन कैदियों को मौत उत्तर-पूर्वी शहर मोडेना की जेल में हुई है, जबकि बाकी तीन कैदियों की मौत तब हो गई है, जब उन्हें जेल से दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा था। इटली के न्याय मंत्रालय के मुताबिक इस हिंसा में कई जेलों में आग लगा दी गई है, जिससे भारी नुकसान हुआ है। एक जेल में तो कैदियों ने गार्ड्स को ही बंदी बना लिया। बता दें कि चीन के बाद कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा कहर इटली पर ही बरपा है, जहां मरने वालों की संख्या रविवार को 366 तक पहुंच गई थी और 7,000 से ज्यादा लोगों में वायरस की पुष्टि हो चुकी है।
ईरान में हालात बेहद गंभीर
चीन और इटली के बाद कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा कहर ईरान पर ही बरपाया है। वहां के 23 सांसद कुछ दिन पहले ही इसकी चपेट में आ चुके थे, जिनमें से दो सांसद दम भी तोड़ चुके हैं। शनिवार को फतेमेह रहबर नाम की महिला सांसद की मौत हो गई थी। जबकि वहां सांसदों की संख्या सिर्फ 290 है। वहीं एक विदेशी न्यूज एजेंसी ने दावा किया है कि ईरान में कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले मरीजों की संख्या वहां की सरकार की ओर से बताए जा रहे आंकड़ों से कहीं ज्यादा हो सकती है। बता दें कि रविवार तक ईरान में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या आधिकारिक तौर पर सिर्फ 6,566 ही बताई गई थी।
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