श्रमिकों को घर पहुंचाने के लिए 7 राज्यों ने ट्रेनों की मांग की
नई दिल्ली। प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए 7 राज्यों ने श्रमिक ट्रेनों की मांग की है। इन राज्यों ने कुल 63 श्रमिक ट्रेनों की मांग की है ताकि प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाया जा सके। इस बाबत रेलवे ने जानकारी दी है कि इनमे से 32 ट्रेनें केरल से रवाना होंगी, इसमे अधिकतर ट्रेनें पश्चिम बंगाल जाएंगी। केरल के अलावा तमिलनाडु ने 10 श्रमिक ट्रेनों की मांग की है, जम्मू कश्मीर ने 9, कर्नाटक ने 6, आंध्र प्रदेश ने 3, पश्चिम बंगाल ने 2 और गुजरात ने एक ट्रेन की मांग की है। जबकि उत्तर प्रदेश ने अभी तक श्रमिक ट्रेनों की मांग नहीं की है।
इससे पहले भारतीय रेलवे ने राज्य सरकारों से कहा था कि वह आगे भी उन्हें श्रमिक स्पेशल ट्रेनें मुहैया करवाता रहेगा। रेल मंत्रालय के मुताबिक रेलवे ने राज्य सरकारों से कहा है कि वह राज्यों की ओर से मांग प्राप्त होने के 24 घंटों के अंदर उन्हें श्रमिक स्पेशल ट्रेन उपलब्ध करवा देगा। बता दें कि भारतीय रेलवे पिछले 1 मई से ही देशभर में कोविड लॉकडाउन की वजह से फंसे प्रवासी मजूदरों और बाकी जरूरतमंदों को उनके गृहराज्यों तक पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रहा है और अबतक तकरीबन ऐसी साढ़े चार हजार ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं।
रेल मंत्रालय ने कहा था कि 'भारतीय रेलवे ने राज्य सरकारों को सूचित कर दिया है कि वह राज्यों से प्राप्त मांगों के 24 घंटों के अंदर ही श्रमिक स्पेशल ट्रेन मुहैया करवाने का काम जारी रखेगा।' बता दें कि लॉकडाउन हटाए जाने के बाद से जिस तरह से आर्थिक गतिविधियां बढ़नी शुरू हुई हैं, इस तरह की ट्रेनों की मांगों में भारी कमी देखी जा रही है। लेकिन, अभी भी देशभर में ऐसे लोग हैं, जो अपने राज्यों की ओर वापस जाना चाहते हैं और उनको देखते हुए रेलवे अभी भी इस ट्रेन का संचालन कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि प्रवासी मजदूरों को 15 दिनों के अंदर उनके राज्यों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए।