Sabarimala Verdict: सबरीमाला मामले की सुनवाई के लिए जस्टिस बोबडे करेंगे 7 जजों की बेंच का गठन
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नई
दिल्ली।
सुप्रीम
कोर्ट
ने
सबरीमाला
केस
को
बड़ी
बेंच
को
सौंप
दिया
है।
अब
इस
मामले
को
7
जजों
की
बेंच
सुनेगी।
गुरुवार
को
पांच
जजों
की
बेंच
ने
इस
मामले
को
3:2
के
फैसले
से
बड़ी
बेंच
को
सौंप
दिया
है।
बेंच
का
गठन
चीफ
जस्टिस
बोबडे
करेंगे।
आपको
बता
दें
कि
सुप्रीम
कोर्ट
ने
28
सितंबर
2018
के
फैसले
को
कायम
रखे
हुए
सबरीमाला
मंदिर
में
महिलाओं
की
एंट्री
को
जारी
रखा
है
और
इस
पर
स्टे
देने
से
साफ
इनकार
कर
दिया
है।
कोर्ट में इस मुद्दे पर राय बंटी नजर आई 5 जजों की बेंच के 2 जज पुनर्विचार याचिका को खारिज करने के पक्ष में थे लेकिन बाकी जजों ने इस मुद्दे को बड़ी बेंच के पास भेजने का फैसला बहुमत के आधार पर लिया है।इस मुद्दे पर जस्टिस आरएफ नरीमन और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की राय अलग थी! उनका मानना था कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला मानने के लिए सभी बाध्य हैं और इसका कोई विकल्प नहीं है। दो जजों की राय थी कि संवैधानिक मूल्यों के आधार पर फैसला दिया गया है और सरकार को इसके लिए उचित कदम उठाने चाहिए।
सबरीमाला मसले पर फैसला देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस केस का असर सिर्फ इस मंदिर नहीं बल्कि मस्जिदों में महिलाओं के प्रवेश, अग्यारी में पारसी महिलाओं के प्रवेश पर भी पड़ेगा। अपने फैसले के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि परंपराएं धर्म के सर्वोच्च सर्वमान्य नियमों के मुताबिक होनी चाहिए। अब बड़ी बेंच में जाने के बाद मुस्लिम महिलाओं के दरगाह-मस्जिदों में प्रवेश पर भी सुनवाई की जाएगी और ऐसी सभी तरह की पाबंदियों को दायरे में रखकर समग्र रूप से फैसला लिया जाएगा।