लीबिया में 7 भारतीयों का अपहरण, विदेश मंत्रालय बोला-सभी सुरक्षित
नई दिल्ली। एक निर्माण कंपनी में काम करने वाले 7 भारतीयों का 14 सितंबर को लीबिया में अपहरण कर लिया गया है। आतंकियों ने उन्हें छोड़ने के लिए 20 हजार डॉलर की फिरौती मांगी है। जिन भारतीयों का अपहरण हुआ है, वे यूपी के कुशीनगर, देवरिया और बिहार के रहने वाले हैं। इस संबंध में भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को अहम जानकारी साझा की है। विदेश मंत्रालय ने बताया है कि, अपहरण किए गए सभी भारतीय सुरक्षित हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि, एक निर्माण कंपनी में काम करने वाले 7 भारतीयों का 14 सितंबर को लीबिया में अपहरण कर लिया गया था। ट्यूनीशिया में हमारे दूतावास ने लीबिया सरकार और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से संपर्क किया है। ये संस्थाएं इन भारतीयों की रिहाई के लिए काम कर रहे हैं। हमें सूचित किया गया है कि वे सुरक्षित हैं।
आतंकवादियों ने कुशीनगर जिले के मुन्ना चौहान सहित सात भारतीयों का अपहरण कर लिया गया है और अपहरणकर्ता लीबिया में उनकी कंपनी से 20 हजार डॉलर की फिरौती मांग रहे हैं। कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत गढ़िया बसंतपुर गांव का रहने वाला मुन्ना चौहान सितंबर 2019 में दिल्ली स्थित एनडी एंटरप्राइजेज ट्रेवल एजेंसी के माध्यम से आयरन वेल्डर के रूप में लीबिया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका वीजा 13 सितंबर, 2020 को समाप्त हो गया था, उसे वापस लौटना था, लेकिन इससे पहले ही मुन्ना समेत सात भारतीयों को अगवा कर लिया गया। मुन्ना अपने परिवार का अकेला कमाने वाला है। उसके परिवार में बूढ़ी मां चंद्रवती, पत्नी संजू, 13 साल की बेटी रानी, 8 साल का बेटा विश्वजीत उर्फ करण और चार साल का सर्वेश है। उसके पिता राम बचन का 10 साल पहले निधन हो गया था।
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