UP, बिहार, गुजरात और आंध्र प्रदेश के रहने वाले 7 भारतीय नागरिकों का लीबिया में अपहरण
नई दिल्ली। लीबिया से पिछले माह सात भारतीय नागरिकों का अपहरण कर लिया गया है। विदेश मंत्रालय की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई है। विदेश मंत्रालय ने बताया है कि ये नागरिक उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश और गुजरात के रहने वाले हैं। भारत लगातार इनकी सुरक्षित रिहाई की कोशिशें कर रहा है। भारत सरकार ने लीबिया की अथॉरिटीज के साथ संपर्क बनाया हुआ है और इनकी जल्द रिहाई के प्रयास जारी हैं।
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14 सितंबर को हुआ था अपहरण
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि 14 सितंबर को इन भारतीयों का आशवेरिफ नाम की एक जगह से अपहरण किया गया था। इन सभी को उस समय किडनैप किया गया जब वो भारत आने के लिए त्रिपोली से फ्लाइट पकड़ने के लिए रास्ते में थे। अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, 'सरकार इन सभी भारतीयों के परिवार वालों के साथ संपर्क में है और उन्हें भरोसा दिलाती है कि जितनी जल्दी हो सकेगा इन्हें वापस लाया जाएगा।' अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार लीबिया की अथॉरिटीज के साथ लगातार सलाह मशविरा कर रही है और इनकी रिहाई के सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार उस कंपनी का भी पता लगा रही है जिनके साथ ये काम कर रहे थे। अनुराग श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि सभी भारतीय कंस्ट्रक्शन और ऑयल फील्ड सप्लाईज कंपनी के साथ काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इंप्लॉयर को किडनैपर्स ने कॉन्टैक्ट किया है और उसे सुबूत के तौर पर फोटोग्राफ्स भी दिखाई गई है। इन फोटोग्राफ्स से यह पता लगता है कि सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं और उनका स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक है।
सरकार ने लीबिया की यात्रा पर लगाया है बैन
लीबिया एक नॉर्थ अफ्रीका का देश है और यहां पर तेल का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है। साल 2011 से यहां पर हिंसा का दौर जारी है। उस वर्ष यहां पर मुअम्मार गद्दाफी के शासन का पतन हो गया था और तब से ही अशांति बनी हुई है। अनुराग श्रीवास्तव ने कहा है कि ट्यूनीशिया में स्थित भारतीय दूतावास ने लीबिया की सरकार से संपर्क किया है और साथ ही वहां पर मौजूद अंतरराष्ट्रीय संगठन से भी संपर्क साधा है। इनसे भारतीय नागरिकों को रिहा कराने के लिए मदद मांगी गई है। लीबिया में बसे भारतीय नागरिकों की जिम्मेदारी ट्यूनीशिया के दूतावास से ही संभाली जाती है। सितंबर 2015 में सरकार की तरफ से एक एडवाइजरी जारी की गई थी इसमें कहा गया था कि भारतीय नागरिक सुरक्षा की दृष्टि से लीबिया जाने से बचें। साल 2016 में सरकार ने लीबिया की यात्रा पर पूरी तरह से बैन लगा दिया था। यह बैन आज भी लागू है।