अमेठी: पूर्व प्रधान हत्याकांड मामले में DGP का दावा 12 घंटे में सुलझा देंगे केस, 7 संदिग्ध हिरासत में
लखनऊ। अमेठी के बरौली गांव के पूर्व प्रधान और लोकसभा सांसद स्मृति ईरानी के करीबी सुरेंद्र कुमार की बीती रात सनसनीखेज हत्या के बाद हालात काफी तनावपूर्ण हो गए हैं। उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि हम इस मामले की सघन जांच कर रहे हैं, हमे इस मामले में पुख्ता सबूत मिले हैं और इस मामले में 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है। ओपी सिंह ने दावा किया है कि हमे इस बात का पूरा भरोसा है कि अगले 12 घंटों में हम इस हत्याकांड का पर्दाफाश कर देंगे। डीजीपी ने कहा कि इलाके में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पीएसी की तीन कंपनियों को तैनात किया गया है।
बता दें कि सुरेंद्र सिंह अमेठी के बरौली गांव के पूर्व प्रधान थे। बीती रात तकरीबन 3 बजे कुछ अज्ञात बदमाशों ने उन्हें उस वक्त गोली मार दी जब वह घर के बाहर सो रहे थे। घटना के बाद पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया है और इस मामले की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि इस हत्या के पीछे राजनीतिक रंजिश हो सकती है। सुरेंद्र सिंह को गोली लगने के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन वहां से उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया था, जहां जाते वक्त रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
इस हत्याकांड के बाद सुरेंद्र कुमार के बेटे ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर भी आरोप लगाए हैं। सुरेंद्र सिंह के बेटे ने आरोप लगाया है कि स्मृति ईरानी की जीत के बाद कुछ कांग्रेस समर्थकों को यह अच्छा नहीं लगा, हमे इस हत्या के पीछे कुछ लोगों पर संदेह है। सुरेंद्र सिंह के बेटे ने कहा कि मेरे पिता स्मृति ईरानी के काफी करीबी थे और वह 23 घंटे उनके लिए प्रचार करते थे। जब वह यहां से सांसद बनीं तो इसके बाद विजय यात्रा निकाली गई जोकि कुछ कांग्रेस के समर्थकों को अच्छी नहीं लगी। मुझे कुछ लोगों पर संदेहै है कि इन लोगों ने ही मेरे पिता की हत्या की है।