68 फीसदी लोगों ने कहा पांच साल में बढ़े हैं जॉब्स: सर्वे
नई दिल्ली। पिछले पांच साल के मोदी सरकार के कार्यकाल में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा रहा है। तमाम विपक्षी दलो मोदी सरकार पर रोजगार नहीं देने का आरोप लगाते आए हैं। लेकिन एक सर्वे में विपक्ष के दावे से उलट आंकड़ा सामने आया है, जिसमे 68 फीसदी लोगों का कहना है कि पिछले पांच साल में रोजगार का बाजार बेहतर हुआ है। तमाम वर्किंग प्रोफेशनल, आईटी, आईटीईएस, हेल्थकेयर, फार्मा, कंज्यूमर रिटेल, बीएफएसआई और प्रोफेशनल सर्विसेज सेक्टर के लोगों को लगता है कि पिछले पांच साल में रोजागर का बाजार बेहतर हुआ है।
दक्ष प्रोफेशनल्स की मांग बढ़ी।
66 फीसदी पुरुष कर्मचारियों और 60 फीसदी महिला कर्मचारियों को लगता है कि देश में स्टार्टअप इकोसिस्टम बेहतर हुआ है और स्वरोजगार के अवसर बढ़े हैं। बता दें कि यह सर्वे स्वतंत्र थिंकटैंक सेंटर फॉर इकोनोमिक रिसर्च (CEPR) और ऑनलाइन इंटरैक्टिव लर्निंग प्लेटफॉर्म टैलेंटएज की ओर से किया गया है। सीपीआर के डायरेक्टर डॉक्टर सुभाष शर्मा ने कहा कि हम ऐसे माहौल में है जहां आर्थिक और प्रोफेशनल क्षेत्र का ग्रोथ बेहतर हुए हैं। तकनीक का विकास नए रोजगार अवसर पैदा करने में अहम भूमिका निभा रहा है, लिहाजा कुशल प्रोफेशनल की मांग बढ़ी है। जिन लोगों ने इस सर्वे में हिस्सा लिया है उनमे से 70 फीसदी लोगों का मानना है कि भविष्य में बेहतर संभावनाओं का सृजन होगा।
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बेहतर विकल्प मिले
टैलेंटएज के सीईओ आदित्य मलिक ने बताया कि हमारे पास टैलेंटएज का बेहतर विकल्प मौजूद है जिसकी मदद से हम लाखों प्रोफेशनल युवाओं तक पहुंच सकते हैं। इस मौके पर हमने सीईपीआर के साथ पार्टनशिप करके लोगों की आवाज को पहुंचाने की कोशिश की है। सर्वे में हिस्सा लेने वाले 68 फीसदी लोगों का कहना है कि देशभर में उन्हें पिछले पांच सालों मेमं कैरियर के क्षेत्र में बेहतर विकल्प मिले हैं। यही नहीं जिन लोगों के पास एडवांस डिग्री है उन्हे ग्रोथ के और भी बेहतर पिछले समय में मिले हैं।
भविष्य में और बेहतर संभावनाएं
सर्वे में हिस्सा लेने वाले 70 फीसदी लोगों को उम्मीद है कि आने वाले समय में भी यह माहौल बना रहेगा बल्कि और भी बेहतर होगा। जैसे-जैसे देश में डिजिटाइजेशन बढ़ेगा रोजगार के अवसर और बढ़ेंगे। बता दें कि हाल ही में यह खबर सामने आई है कि केंद्र सरकार जल्दी ही एक नेश्नल रिक्रूटमेंट अथोरिटी (NRA) तैयार करेगी। ये अथोरिटी सरकारी विभागों में ग्रुप बी और ग्रुप सी के पदों पर नियुक्ति के लिए एक ही टेस्ट आयोजित करेगी। सरकारी कर्मचारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया में इसे एक बड़ो बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि NRA नॉन गैजेटेड ग्रुप बी और ग्रुप सी के पदों पर नियुक्ति के लिए एक ही परीक्षा आयोजित करने का काम करेगा। इस समय ग्रुप बी और ग्रुप सी के कुल 1.5 लाख पदों पर भर्ती होनी है।
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