खुशखबरी: अगर पेंशनर्स के दस्तावेज खो जाते हैं तो 'डिजिलॉकर' करेगा उनकी मदद
खुशखबरी:अगर पेंशनर्स के दस्तावेज खो जाता हैं तो 'डिजिलॉकर' करेगा मदद
नई दिल्ली। देश के 65 लाख पेंशनरों में अगर किसी के दस्तावेज अगर खो जाते हैं जो उन्हें अब चिंता करने की जरुर नहीं हैं। केन्द्र सरकार उनकी इस समस्या को हल करने के लिए बड़ी पहल की है। केंद्र सरकार ने सार्वजनिक वित्त प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) के थ्रू इलेक्ट्रॉनिक पेंशन पेमेंट ऑर्डर (ई-पीपीओ) को डिजीलॉकर के साथ जोड़ने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है।
ई-पीपीओ को डिजीलॉकर के साथ जोड़ने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है
केन्द्र सरकार के रिटायर्ड कर्मचारियों को कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने ये काम करके बड़ी राहत दे रहे हैं। 'डिजिलॉकर' योजना शुरू होने के बाद करीब 65 लाख पेंशनर्स को लाभ मिलेगा। सेवानिवृत्त कर्मियों का पेंशन पेमेंट ऑर्डर (पीपीओ) यदि खो जाता है, तो उन्हें अब घबराने की जरूरत नहीं है। पीपीओ को सुरक्षित तरीके से 'डिजिलॉकर' में रखा जाएगा। केन्द्र सरकार ने ई-पीपीओ को डिजीलॉकर के साथ जोड़ने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। इसके बाद पूर्व सरकारी कर्मचारी अपने डिजिलॉकर अकाउंट से पीपीओ का प्रिंटआउट निकाल सकते हैं। पीएमओ के लिए उन्हें पहले की तरह सरकारी दफ्तरों में नहीं भटकना पड़ेगा।
पेंशन मंत्रालय ने पेंशनर्स के इस दर्द को समझा
अभी तक सेवानिवृत्त कर्मी का पीपीओ के गुम जाने पर दो बार से अधिक बार कार्यालय बुलाया जाता था क्योंकि नए पीएमओ के लिए कई दस्तावेज जमा कराने पड़ते हैं। 'डिजिलॉकर' मिलने के बाद पीपीओ के खो जाने या उसके नहीं मिलने की समस्या बिलकुल समाप्त हो जाएगी। कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने इसके संबंध में एक लेटर जारी किया जिसमें उसने बताया कि विभाग के पास ऐसे बहुत से अब तक मामले आए जिनमें पेंशनरों का पीपीओ खो जाने या कहीं इधर उधर होने की बात सामने आती है। चूंकि वरिष्ठ नागरिक होने के चलते उनके लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाना संभव नहीं होता है इसीको ध्यान में रखते हुए ये व्यवस्था की जा रही है।
पेमेंट ऑर्डर की ओरिजनल कापी खो जाने पर अभी तक हो रही थे ये दिक्कत
गौरतलब पेंशन पेमेंट ऑर्डर की ओरिजनल कापी खो जाने पर अब तक पेंशनर्स को कई परेशानियां झेलनी पड़ती है। कई बार सरकारी कार्यालय जाने वाला परिवार में कोई नहीं होता और आयु संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण वो स्वयं नहीं जा पाते। वहीं इस कोराना काल में अगर किसी का ये दस्तावेज खो जाता है तो उसे दोबारा बनवाने के लिए बहुत मुसीबत झेलनी पड़ रही है। लेकिन केन्द्र सरकार के इस डिजीलॉकर फैसले के बाद केन्द्र सरकार के पूर्व कर्मचारियों को बड़ी राहत मिलेगी।
पेंशनर को 'भविष्य सॉफ्टवेयर' का इस्तेमाल करना होगा
बता दें पीएफएमएस के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक पेंशन पेमेंट ऑर्डर के साथ जोड़ दिया जाएगा और डिजिलॉकर अकाउंट से पेंशनर अपने पीपीओ का प्रिंटआउट निकाल सकेगा। पेंशनर को अगर कहीं और पीपीओ की कॉपी जमा करनी होगी तो 'डिजिलॉकर' के जरिए कॉपी भेज सकता है। पेंशन विभाग के अनुसार पूर्व सरकारी कर्मचारी यानी कि पेंशनर को इस सुविधा के लिए 'भविष्य सॉफ्टवेयर' का इस्तेमाल करना होगा। 'भविष्य सॉफ्टवेयर' सेवानिवृत्त कर्मियों को उनका डिजिलॉकर लिंक करने की सुविधा देगा। डिजिलॉकर को 'भविष्य सॉफ्टवेयर'के साथ ही लिंक करना है। पेंशनरर्स के लिए उपलब्ध इस एकमात्र विंडो पेंशनर के पेंशन संबधी सभी कार्य हो जाएंगे।
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