सबरीमाला मंदिर में प्रवेश के लिए केरल में लाखों महिलाओं ने बनाई 620 किमी लंबी दीवार
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तिरुवनंतपुरम। केरल में मंगलवार को लाखों महिलाएं सड़कों पर उतरीं। महिलाओं ने राज्य में 620 किमी लंबी मानव श्रंखला बनाई। मंगलवार शाम चार बजे से महिलाओं ने ये ह्यूमन चेन (महिला दीवार) बनाई। महिलाओं ने तिरुवनंतपुरम से कसोरगोड जिले तक बनाई गई है। अपने लिए बराबर हक और समानता के अधिकार के लिए 620 किलोमीटर की मानव श्रृंखला बनाई। इसमें 20 लाख तक महिलाओं के शामिल होने का दावा किया जा रहा है।
महिलाओं के इस अभियान को केरल सरकार के अलावा कई हिन्दू संगठनों का भी समर्थन मिला है। करीब 176 पार्टियां और संगठनों इस मुहिम का समर्थन कर रहे हैं। समर्थन देने वालों में प्रभावशाली श्री नारायण धर्म परिपालन योगम भी शामिल है।
सबरीमला के अय्यप्पा मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश के लिए सुप्रीम कोर्ट अनुमति दे चुका है।कोर्ट के आदेश के बावजूद अभी तक सभी उम्र की महिलाओं को मंदिर में घुसने नहीं दिया गया है। महिलाएं ने समानता की मांग करते हुए मंगलवार को राज्य में 620 किलोमीटर महिला दीवार बनाई है।
केरल मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा है कि सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ सांप्रदायिक ताकतों के प्रदर्शन ने सरकार और अन्य प्रगतिशील संगठनों को राज्य में महिलाओं की दीवार बनाने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री विजयन ने एक दिसंबर की मीटिंग के बाद इस महिला दीवार के निर्माण की बात की थी।
कसोरगोड में इस श्रृंखला में के के शैलजा शामिल हुईं। तिरुवनंतपुरम में श्रृंखला मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) नेता वृंदा करात चेन में शामिल रहीं।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू करने के केरल सरकार के फैसले के खिलाफ राज्य में जबरदस्त प्रदर्शन किए गए। जिसके चलते खूब हंगामा हुआ लेकिन महिलाएं मंदिर में नहीं जा सकीं।
इस महिला दीवार के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए वार्ड से लेकर जिला स्तर और निवार्चन क्षेत्र स्तर पर बैठकें की गई हैं।
इस कार्यक्रम के बारे में प्रदेश के मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ सरकार और प्रगतिशील संगठनों के प्रयास की वजह से महिलाओं को दीवार बनाने की प्रेरणा मिली है। उधर कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने इस दीवार को विरोधाभास की दीवार करार देते हुए कहा कि इसे हिंदू संगठनों को लुभाने के लिए किया जा रहा है, यह सांप्रदायिक दीवार है।