पश्चिम बंगाल के भाटपारा इलाके में हिंसा की बड़ी साजिश नाकाम, पुलिस ने 60 बम किए बरामद
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में हिंसा की बड़ी साजिश का भंडाफोड़ हुआ है। यहां नॉर्थ 24 परगना के भाटपारा इलाके से 60 बम बरामद किए गए हैं। पुलिस ने इससे पहले दुर्गापुर से 18 बम बरामद किए थे। इन तमाम बम को बम निरोधक दस्ते ने एक सूनसान इलाके में डिस्पोस किए हैं। बता दें कि गुरुवार को भाटपारा के नए पुलिस स्टेशन के पास टीएमसी और बीजेपी समर्थकों में हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में दोनों पक्षों में कथित तौर पर बमबाजी और गोलियां चली थी। इस दौरान दो लोगों की मौत हो गई थी। भाटपारा में हुई हिंसा के बाद सांसद एसएस अहलूवालिया के नेतृत्व में तीन सांसदों की एक टीम शनिवार को जांच के लिए कोलकाता पहुंची, लेकिन भाजपा के प्रतिनिधिमंडल के दौरे के वक्त पश्चिम बंगाल पुलिस ने स्थानीय लोगों को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया था।
गौरतलब है कि भाटपारा में हिंसा के दौरान 2 लोगों की मौत हुई थी जबकि 11 लोग घायल भी हुए थे। 2 स्थानीय लोगों की मौत के बाद उनकी शव यात्रा के साथ कथित तौर पर बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने मार्च निकाला था। इलाके में धारा 144 लागू होने के बावजूद मार्च निकाला गया। इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती के खिलाफ भी रैली में शामिल लोगों ने प्रदर्शन किया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, रैली के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई की और उनपर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।
शुक्रवार को बराकपुर से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने आरोप लगाया था कि नजीमुल करीम को शुक्रवार को नॉर्थ 23 परगना के अमडांगा इलाके में बुरी तरह से पीटा गया था, जिसके बाद शनिवार को उनकी मौत हो हई। बता दें कि भाजपा से जुड़े दो कार्यकर्ताओं को शुक्रवार को मौत के घाट उतार दिया गया। अर्जुन सिंह ने कहा कि करीम भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता था। लोकसभा चुनाव में उसने हमारे लिए काम किया था। टीएमसी समर्थकों ने उसे सिर्फ इसलिए मार दिया क्योंकि वह सीपीआई से अलग होकर भाजपा के लिए काम करने लगा था।
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