6 कब्रिस्तानों ने किया मना तो शव दफनाने के लिए हिंदुओं ने दी जमीन, कोरोना के डर से अपनों ने ही छोड़ा साथ
नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लोगों में इस कदर डर फैल गया है कि वह अपने परिजनों का शव अपनाने से भी कतरा रहे हैं। इतना ही नहीं कई कब्रिस्तानों ने शवों को दफनाने के लिए जमीन देने से भी इनकार कर दिया है। ऐसा ही एक मामला तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से सामने आई है जहां एक मुस्लिम शख्स की मौत के बाद 6 कब्रिस्तानों के मना करने पर आखिर कार उसे दफनाने के लिए हिंदु भाईयों ने अपनी जमीन दी।
दिल का दौरा पड़ने से हुई थी मौत
मामला दरअसल रंगारेड्डी जिले के गंडमगुडा इलाके का है जहां मोहम्मद खाजा मियां (55) नाम के व्यक्ति की दिल का दौरा पड़ने के बाद मौत हो गई थी। हालांकि कोरोना काल में उसकी मौत की खबर को लोगों ने महामारी से जोड़कर देखा और संक्रमण की आशंका के चलते कई कब्रिस्तानों ने खाजा के शव को अपने यहां दफनाने से मना कर दिया। परिजन मृतक का शव कंधे पर लेकर इधर ऊधर भटकते रहे लेकिन कोई मदद के लिए आगे नहीं आया।
कोरोना के डर से 6 कब्रिस्तान ने लौटाया
अंत में जब यह बात स्थानीय निवासी हिंदु भाईयों को पता चली तो उन्होंने इंसानियत का धर्म निभाते हुए शव दफनाने के लिए अपनी जमीन में जगह दे दी। मृतक खाजा मियां के परिजनों ने बताया कि जब वह लाश को दफनाने के लिए कब्रिस्तान पहुंचे तो वहां लोगों ने संक्रमण का खतरा बताकर उन्हें अंदर ही नहीं आने दिया। इसके बाद वह शव को लिए-लिए 6 कब्रिस्तानों में भटकते रहे, अंत में जब उन्हें जगह नहीं मिली तो उनकी मदद के लिए संदीप और शेखर नाम के दो शख्स आगे आए।
दो हिंदुओं ने दी जमीन
मृतक के परिजनों को चिंतित देख संदीप और शेखर ने मोहम्मद खाजा मियां का शव अपनी जमीन में दफनाने का आग्रह किया। खाजा मियां के बेटे ने बताया कि हम लोग पिता का शव लिए कई श्मशान घाट गए लेकिन उन्होंने कोविड-19 के डर से हमें वापस भेज दिया। पिता के शव को लेकर हम दिनभर भटकते रहे, बाद में दो हिंदुओं ने हमारी मदद की। इसके बाद हमने तेलंगाना स्टेट वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मोहम्मद सलीम से मुलाकात की और उन्हें पूरी घटना के बारे में बताया।
तेलंगाना में कुल 2098 संक्रमित
गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस का आंकड़ा 1.50 लाख के पार जा चुका है। अब तक महामारी से देशभर में कुल 4531 लोगों की मौत हो चुकी है, कई गंभीर बताए जा रहे हैं। तेलंगाना में भी हालात खराब होते जा रहे हैं यहां, बुधवार को सबसे ज्यादा 107 मामले दर्ज किए गए हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार यहां कुल मरीजों की संख्या 2098 हो गई, वहीं महामारी से अब तक 63 लोगों की जान भी जा चुकी है।
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