कोरोना की दूसरी लहर में 577 बच्चों ने खोए अपने माता-पिता: केंद्र
नई दिल्ली, मई 25: देश में कोरोना की दूसरी लहर में अब तक लाखों लोगों की मौत हो चुकी है। लाखों लोगों ने कोरोना के चलते अपनों को खोया है। एएनआई के मुताबिक कोरोना के कहर के चलते अब तक 577 बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया है। अब महिला एवं बाल विकास मंत्रालय इन बच्चों की देखभाल के लिए राज्य सरकारों के साथ संपर्क कर रहा है। बता दें कि, इससे पहले कई राज्य ऐसे बच्चों को लेकर अहम घोषणाएं कर चुके हैं।
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समाचार एजेंसी ने सूत्रों हवाले से ट्वीट किया कि, कोरोना की दूसरी लहर में 577 बच्चों ने अपने माता-पिता खो दिए। यह सब अपने सगे परिवार के साथ रह रहे हैं। इन बच्चों की देखभाल के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, राज्य सरकारों के साथ संपर्क में है।
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हाल ही में कोविड-19 महामारी के चलते अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के लिये शिक्षा और रोजगार की एक योजना की घोषणा की। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ऐसे बच्चों को 21 साल की आयु तक मुख्यमंत्री वात्सल्य नामक योजना के तहत प्रतिमाह 3 हजार रुपये का भत्ता प्रदान किया जाएगा। इससे पहले दिल्ली सरकार ने भी ऐसी ही घोषणा दिल्ली के नागरिकों के लिए की थी।
वहीं उत्तर प्रदेश सरकार का मानना है कि ऐसे बच्चे जो अनाथ और निराश्रित हो गये हैं, वह राज्य की संपत्ति हैं। सरकारी योजना के तहत कोरोना वायरस के कारण जिन बच्चों के माता-पिता की मौत हो गई है, उनके भरण-पोषण सहित सभी तरह की जिम्मेदारी राज्य सरकार द्वारा मुहैया कराई जाएगी। राज्य सरकार जल्द ही इस योजना के तहत बच्चों की देखभाल का जिम्मा उठाएगी।