कोरोना के मामले में चीन से भी आगे निकला महाराष्ट्र, अकेले मुंबई में 57 फीसदी केस
नई दिल्ली- महाराष्ट्र कोरोना वायरस के कंफर्म केस के मामलों में चीन से भी आगे निकल चुका है। वहां कोरोना से सबसे बदतर स्थिति मुंबई और उससे सटे ठाणे जिले की है, जहां संक्रमितों की तादाद लगातार बढ़ती ही जा रही है। बीते एक दिन में ही वहां तीन हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। राहत की बात ये है कि वहां जून के पहले हफ्ते में कोरोना से जुड़े रोजाना के नए मामलों में ग्रोथ रेट 4 फीसदी से कम दर्ज की जा रही है।
चीन से भी ज्यादा हुई कोरोना संक्रमितों की संख्या
महाराष्ट्र सरकार के जन स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 7 जून तक राज्य में कोरोना वायरस के कंफर्म केसों की संख्या 85,975 तक पहुंच चुकी है। इनमें 3,007 संक्रमित मामलों का इजाफा पिछले एक दिन में ही दर्ज किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने भी सोमवार सुबह को राज्य के लिए यही आंकड़े जारी किए हैं। बता दें कि रविवार को चीन में कुल संक्रमित मामलों की संख्या 84,191 थी। यानि, महाराष्ट्र अब कोरोना संक्रमण के मामले में इसके जन्मदाता देश को भी पीछे छोड़ चुका है। प्रदेश में कोरोना वायरस से अबतक कुल 3,060 लोगों की जान जा चुकी है और 91 लोगों की मौत पिछले एक दिन में ही हुई है।
महाराष्ट्र में कोरोना के 57 फीसदी केस मुंबई में
जब महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों की बात कर रहे हैं तो मुंबई का आंकड़ा तो और भी चिंताजनक है। राज्य में अबतक जितने भी केस सामने आए हैं, उनमें से अकेले 57 फीसदी हिस्सेदारी मुंबई की है। मुंबई में नोवल कोरोना वायरस के कुल संक्रमितों की संख्या 48,774 हो चुकी है, जिसके बाद मुंबई से सटे ठाणे जिले का स्थान है, जहां कुल 13,014 केस रिकॉर्ड किए जा हैं। बता दें कि भारत में पिछले महीने की 15 तारीख को चीन से ज्यादा मामले सामने आ गए थे, लेकिन एक महीने से भी कम वक्त में महाराष्ट्र में उससे ज्यादा मामला हो जाना एक भयावह तस्वीर पेश कर रही है। 15 मई से अबतक भारत में कोरोना के 1,70,000 मामले बढ़ चुके हैं और कुल संख्या सोमवार सुबह तक 2,56,611 को छू चुकी है। भारत अब अमेरिका, ब्राजील, रूस और यूनाइटेड किंगडम के बाद विश्व में 5वें स्थान पर पहुंच चुका है।
महाराष्ट्र में ऐसे फैलता गया कोरोना वायरस
महाराष्ट्र में कोरोना का पहला मामला 9 मार्च को सामने आया था और उसके बाद उसे 100 केस तक पहुंचने में दो हफ्ते लग गए थे। 31 मार्च तक वहां कोरोना के सिर्फ 302 मामले सामने आए थे, जब पूरे देश में कोरोना संक्रमितों की तादाद 1,400 तक पहुंच चुकी थी। सख्त राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बावजूद अप्रैल के पहले हफ्ते में महाराष्ट्र में कोरोना के मामले 1,000 से ज्यादा हो गए और अप्रैल के अंत आते-आते वह 10,000 से भी ज्याद हो गए। इसके बाद सिर्फ 9 ही दिनों में ही संक्रमितों की संख्या दोगुनी होकर 20,000 तक पहुंच गई। 1 मई के बाद सिर्फ तीन दिन ही ऐसे रहे जब वहां रोजाना 1,000 से कम नए मामले सामने आए हों। वो तीन दिन थे- 2-3 और 5 मई। मई के अंत आते-आते तो वहां रोजाना 2,500 से भी ज्यादा नए केस रिकॉर्ड किए जाने लगे।
जून के पहले हफ्ते में ग्रोथ रेट 4 फीसदी से कम
महाराष्ट्र में कोरोना को लेकर एक ही अच्छा ट्रेंड नजर आ रहा है कि कि जून के पहले हफ्ते में वहां रोज के कंफर्म केस का ग्रोथ रेट 4 फीसदी से कम दर्ज किया जा रहा है, जो कि महामारी की शुरुआत के बाद से सबसे कम है। लेकिन, सिर्फ कोरोना के कंफर्म केस के मामले में ही नहीं, इससे हुई मौतों के मामले में भी यह देश में सबसे आगे है और इस राज्य में अकेले देश के 43 फीसदी कोरोना मरीजों की मौत हुई है। यह आंकड़ा सोमवार को 3,060 पहुंच चुका है, जबकि चीन अबतक कुल 4,638 मौत का दावा करता है।
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