कोरोना वायरस के 54 फीसदी केस 18 से 44 साल के लोगों के बीच, सबसे ज्यादा बुजुर्गों की मौत
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी का कहर थम नहीं रहा है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को बताया है कि कोरोना वायरस के 54 फीसदी मामले 18 वर्ष से 44 वर्ष की उम्र के लोगों के हैं, लेकिन कोरोना वायरस से होने वाली 51 फीसदी मौतें 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों में हुईं हैं। कोरोना वायरस के आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए मंत्रालय ने बताया है कि वायरस से होने वाली 36 फीसदी मौतें 45 वर्ष से 60 वर्ष की उम्र के लोगों में हुई हैं।
वहीं 11 फीसदी मौतें 26 वर्ष से 44 वर्ष की उम्र के लोगों में, 1 फीसदी 18-25 वर्ष की उम्र के लोगों में और 1 फीसदी 17 साल से कम उम्र के लोगों में हुई हैं। इससे पहले यही आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान 25 अगस्त को साझा किए थे। उन्होंने ये भी बताया ता कि कोविड-19 की 69 फीसदी मौतें पुरुषों में और 31 फीसदी महिलाओं में हुई हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 70 फीसदी से अधिक मौतें कॉम्बिडिटी (Comorbidities) के कारण हुई हैं।
कोरोना वायरस के 26 फीसदी मामले 45 वर्ष से 60 वर्ष की उम्र के लोगों के हैं, 8 फीसदी मामले 17 वर्ष से कम उम्र के लोगों के हैं और 12 फीसदी मामले 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के हैं। देश में कोरोना वायरस के कुल मामलों की बात करें तो ये आंकड़ा 37 लाख से अधिक हो चुका है। देश में पिछले 24 घंटों के भीतर कोरोना वायरस के 78,357 नए मामले सामने आए हैं और 1045 मरीजों की मौत हुई है। अब कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 37,69,524 हो गई है, जिसमें 8,01,282 सक्रिय मामले, 29,019,09 ठीक मामले और 66,333 मौतें शामिल हैं।
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