गणेश चतुर्थी का उत्सव बदला मातम में, 24 घंटे में 40 की मौत
नई दिल्ली। देशभर में गणेश उत्सव को पूरे हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। 11 दिन तक चले गणेश उत्सव का शुक्रवार को समापन हो गया। लेकिन इस दौरान अलग-अलग जगहों पर हुए हादसे में तकरीबन 40 लोगो की जान चली गई। यह हादसे गणेश विसर्जन के दौरान हुए। मुख्य रूप से दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में गणेश उत्सव के दौरान लोगों की मौत हुई है। चौंकाने वाली बात यह है कि पिछले 24 घंटे के भीतर इतने लोगों ने अपनी जान गंवा दी।
दिल्ली में चार की मौत
ताजा मामला देश की राजधानी दिल्ली का है, जहां पर विसर्जन के दौरान नहाने गए कॉलेज के चार छात्रों की डूबने से मौत हो गई। शुक्रवार को यमुना नदी में नहाने की जिद पर अड़े दो लड़के और दो लड़कियों की पानी में डूबने से मौत हो गई। ये सभी डीयू के छात्र थे। गोताखोरो ने अभियान चलाकर इन सभी के शव को बरामद कर लिया है। मृतकों की पहचान पार्वती, पिंकी, उमेश और निकित के तौर पर हुई है। ये सभी लोग निहाल विाहर इलाके के रहने वाले थे।
नहाने की जिद पड़ी भारी
पुलिस ने बताया कि सात छात्र गणेश विसर्जन के लिए अलीपुर के पल्ला गांव में यमुना नदी गए थे। यहां पर विसर्जन की अनुमति नहीं थी, लेकिन ये लोग यहां पर नहाने के लिए गए थे। इस दौरान पार्वती का पैर फिसल गया और वह डूबने लगी, तभी उसे बचाने के लिए पिंकी ने उसे पकड़ लिया। जब दोनों डूबने लगीं तो उमेश और निकित ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन सभी गहरे पानी में चले गए और उनकी डूबने से मौत हो गई।
मध्य प्रदेश में 11 की मौत
इससे पहले भोपाल में गणेश विसर्जन के दौरान नाव पलटने से 11 लोगों की मौत हो गई थी। गणेश विसर्जन के दौरान जो लोग डूबे हैं उसमे अधिकतर लोगों की उम्र 20 वर्ष के आसपास थी। यही नहीं कुछ लोग जिनकी इस दौरान मौत हुई वह नाबालिग भी थे। हादसे में 12 साल के परवेज खान की भी मौत हो गई। हादसे में मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 11-11 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया था।
अधिकतर मरने वालों की उम्र 20 वर्ष के आस-पास
मध्य प्रदेश के भोपाल में गणेश विसर्जन के दौरान वजन से अधिक भार होने की वजह से नाव का संतुलन बिगड़ गया और यह नाव खाटलपुरा गांव में झील में डूब गई। इस दौरान नाव पर 20 फुट की गणेशजी की मूर्ति रखी हुई थी, जिसे लोग विसर्जन के लिए लेकर गए थे। हादसे में 8 लोगों को बचा लिया गया था। भोपाल के डीएम थारुन कुमार पिथोड़े ने बताया कि हादसे में मरने वाले 6 लोगों की उम्र 20 वर्ष के आसपास थी, जबकि दो लोग नाबालिग थे। हादसे के बाद एक व्यक्ति ने बताया कि हमे सुरक्षा उपकरण नहीं मुहैया कराए गए थे। इसके अलावा महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों में कुल 18 लोगों की डूबने से मौत हो गई, जबकि यूपी के मुरादाबाद में भी दो लोगों की डूबने से मौत हो गई।
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