मध्य प्रदेश में बाढ़ से भारी तबाही, 32 की मौत, आज भी 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
भोपाल। भारी बारिश के कारण आई बाढ़ ने मध्यप्रदेश की सूरत बुरी तरह से बिगाड़ दी है, बारिश की वजह से 32 लोगों की मौत हो गई है, राज्य के कुछ हिस्सों में पानी आफ़त बन कर बरसा है, कई नदियां ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, लगातार बारिश से कई इलाकों का संपर्क टूट गया है, फसलों को नुकसान पहुंचा है, आज भी राज्य के 18 जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा होने की चेतावनी दी गई है।
|
मध्यप्रदेश में बाढ़ से तबाही
मध्यप्रदेश में भोपाल में मौसम विभाग के ड्यूटी अधिकारी आरआर त्रिपाठी ने कहा कि आज भी राज्य के 18 जिलों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा और कहीं-कहीं पर अतिभारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।
18 जिलों में अतिभारी से अत्यधिक भारी वर्षा
उन्होंने कहा कि जिन 18 जिलों में अतिभारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने की चेतावनी दी गई है, उनमें आगर मालवा, मंदसौर, रतलाम, शाजापुर, देवास, उज्जैन, नीमच, राजगढ़, सीहोर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुरकलां, मुरैना, धार, अलीराजपुर, झाबुआ एवं बड़वानी शामिल हैं।
यह पढ़ें: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में उफान पर अलकनंदा, आज भारी बारिश का अलर्ट
|
देश के आधे से ज्यादा क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित
वैसे आपको बता दें कि इस वक्त देश में दक्षिण से लेकर पश्चिम तक कुदरत का कहर बरपा है, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र , तमिलनाडु, गुजरात सभी बाढ़ से प्रभावित हैं, उत्तराखंड और जम्मू में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाओं में नौ लोगों की मौत हो गयी, जबकि बाढ़ से पीड़ित केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात में मृतकों की संख्या बढ़कर 221 तक पहुंच गई है।
दक्षिण से लेकर पश्चिम भारत तक बाढ़ का कहर
केरल में भारी बारिश की वजह से मौत का आंकड़ा 72 पहुंच गया है, जबकि 58 लोग लापता हैं, तो वहीं कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र में अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है, गुजरात के कच्छ जिले में बाढ़ में सड़क बह जाने के कारण वहां फंसे करीब 125 लोगों को वायुसेना ने निकाला गया जबकि कर्नाटक और महाराष्ट्र में भारी बारिश एवं भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुईं सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है।
यह पढ़ें: मशहूर संगीतकार खय्याम की हालत नाजुक, ICU में भर्ती