IMA स्कैम के मास्टरमाइंड मंसूर खान के घर के स्विमिंग पूल में मिला 303 KG 'सोना'
बेंगलुरु। करोड़ों की ठगी करने वाले पोंजी स्कैम का सरगना मंसूर खान के घर बने स्वीमिंग पूल में 303 किलो सोना छुपाकर रखा था। घोटाले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने 303 किलो तांबे के बिस्किट बरामद किए हैं। इन पर सोने का पानी चढ़ाया गया था। एसआईटी ने अपने बयान में कहा कि पोंजी स्कीम चलाने वाले मोहम्मद मंसूर खान लोगों को सोना दिखाकर लोगों से कंपनी में निवेश करने के लिए बोलते थे। बता दें कि खान देश से फरार हो गया था। देश से फरार होने से पहले उसने नकली सोने की छड़ों को छुपाकर रख दिया था। अब एसआईटी ने इस जगह पर छापेमारी कर 5,880 छड़े बरामद की हैं जिनका वजन 303 किलोग्राम है। प्रवर्तन निदेशालय ने आईएमए ज्वेल्स के मालिक को पिछले महीने दिल्ली में गिरफ्तार किया था।
असली सोने का आदान-प्रदान किया होगा और इसे नकली बिस्किट से बदल दिया होगा
अधिकारियों ने कहा कि आईएमए के निदेशकों निजामुद्दीन और वसीम ने जून की शुरुआत में खान के निर्देश पर अपार्टमेंट की छत पर से सोने का पानी चढ़े तांबे के बिस्कुट हटा दिए थे। ये बिस्किट छत पर स्थित एक स्विमिंग पूल को भरने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मोटर के लिए बनाए गए एक घेरे में पाए गए। पुलिस सूत्रों ने कहा कि उन्हें संदेह है कि निजामुद्दीन या वसीम ने असली सोने का आदान-प्रदान किया होगा और इसे नकली बिस्किट से बदल दिया होगा।
हैरान हैं अपार्टमेंट में रहने वाले लोग
अपार्टमेंट में रहने वाले निवासी पुलिस की इस छापेमारी को लेकर सदमे में हैं। एक निवासी ने बताया कि पहले वे हैरान हुए। उन्हें लगा कि बरामद हुए बिस्किट असली सोने के हैं। बाद में उन लोगों को पता चला कि वे फर्जी थे। छापे खान से पूछताछ के बाद मारे गए जो वर्तमान में एसआईटी की हिरासत में है। वसीम को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस ने करोड़ों रुपये के इस घोटाले में 500 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति, सोना और अन्य कीमती सामान भी जब्त किया है।
जान लीजिए क्या है पूरा मामला
यह कुल 1500 करोड़ का घोटाला है। इस घोटाले में आई मॉनिटरी अडवाइजर (IMA) के संस्थापक मोहम्मद मंसूर खान पर मुस्लिमों को इस्लामिक बैंक के नाम पर करीब 30 हजार चूना लगाने का आरोप है। मोहम्मद मंसूर करीब 1500 करोड़ की धोखाधड़ी कर दुबई भाग गया था। मंसूर खान ने लोगों से स्कीम में पैसा लगाने पर मोटे पैसे वापस आने का वादा किया गया था, लेकिन लोगों के साथ धोखा हुआ। साल 2006 में बिजनेस ग्रैजुएट मंसूर खान ने आई मॉनेटरी एडवाइजरी (IMA) के नाम से एक बिजनेस की शुरुआत की थी। उसने निवेशकों को बताया कि यह संस्था बुलियन में निवेश करेगी और निवेशकों को 7 से 8 फीसदी का रिटर्न मिलेगा।