सोनभद्र में 3000 टन सोना भंडार से बदली किस्मत, क्या भारत इन देशों को पछाड़ कर बन जाएगा नंबर वन?
बेंगलुरु। बदहाल अर्थव्यवस्था से जूझ रहे भारत में अचानक तीन हजार टन सोने का भंडार मिलना किसी जैकपाट से कम नही है। सोनभद्र के हरदी गावं की पहाडि़यों में मिले सोने के इस भंडार से क्या भारत एक बार फिर 'सोने की चिड़िया' वाले देश के नाम से पहचाना जाने लगेगा ? क्या सोनभ्रद्र में सोने के भंडार मिलने पर भारत सोना धातु के भंडारन में नंबर वन का दर्जा हासिल कर लेगा? आइए जानते हैं
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बता दें कि भूवैज्ञानिकों ने भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के नक्सल प्रभावित इलाके सोनभद्र जिले में करीब 3,350 टन (अनुमानित मात्रा) सोने की खान खोज निकाली है। हालांकि यह खोज करीब दो दशक पहले हो चुकी थी, परंतु बीते गुरुवार को ही इस खान की सीमांकन प्रक्रिया पूरी की है। प्रदेश के खनन विभाग ने गोल्डमाइन क्षेत्र का नक्शा तैयार करने के लिए सात सदस्यीय टीम भी बनाई है।
अंग्रेजों ने कंगाल बनाया और ये खदान बनाएगी भारत को मालामाल
सोना ऐसी धातु हैं जिसका अधिक से अधिक भंडारण दुनिया के सभी देश करना चाहते हैं। भारत की आजादी के पहले भारत 'सोने की चिड़िया' नाम से जाना जाता था लेकिन अंग्रेजों ने भारत का अत्यधिक मात्रा में सोना लूट लिया था। ये ही कारण था लिए सोने के मामले में कभी नंबर वन पर रहने वाला भारत अन्य देशों से काफी पिछड़ गया। लेकिन सोनभद्र में ये सोने का भंडार मिलने से भारत सोने के भंडारन में कई देशों को पछाड़ देगा।
जानें क्या नंबर वन पर पहुंचेगा भारत
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) ने बीते साल रिपोर्ट जारी कर दुनिया में सबसे अधिक सोने के भंडार वाले टॉप-10 देशों की सूची जारी की थी। इस सूची में अमेरिका, इटली और जर्मनी जैसे विकसित और शक्तिशाली देशों के साथ-साथ भारत का नाम भी शामिल है। साथ ही उसकी एक रिपोर्ट के मुताबिक 14 देशों में स्थित केंद्रीय बैंकों ने साल 2019 में एक टन से अधिक सोना अपने यहां रिजर्व में बढ़ाया है। ऐसे में भारत में सोने की खान का मिलना भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत से कम नहीं है। यह आंकड़ा दुनिया भर के सेंट्रल बैंकों के पास मौजूद सोने के भंडार के आधार पर तैयार किया गया है। इस लिस्ट में भारत इन दस टॉप देशों में 9 वें स्थान पर था। लेकिन सोनभद्र में सोने का भंडार मिलने से वो सोना उत्पादन में दुनिया में दूसरे नम्बर पर आ जायेगा।
भारत के स्वर्ण भंडार से पांच गुना ज्यादा
एक समय में 'सोने की चिड़िया' कहे जाने वाले भारत के पास मौजूदा समय में 618.2 टन सोना है। सोनभद्र जिले की खान में करीब 3,350 टन (अनुमानित मात्रा) सोना होने की बात कही जा रही है। यह भारत के स्वर्ण भंडार से करीब पांच गुना ज्यादा है। विश्व स्वर्ण काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के भंडार में अभी 618.2 टन सोना है। यह कुल विदेशी भंडार में सोने का 6.6 प्रतिशत हिस्सा है। इस लिहाज से भारत स्वर्ण भंडारण के मामले में विश्व में 9वें नंबर पर है।
पहले नंबर पर है अमेरिका
गोल्ड रिजर्व रखने के मामले में इटली का विश्व में तीसरा स्थान है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, इटली के पास 2,451.8 टन सोना मौजूद है, जो कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 68.4 फीसदी है। इटली यूरोपीय देशों में जर्मनी के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश है, जिसके पास इतना सोना मौजूद है।
दूसरे नंबर पर हैं फ्रांस
गोल्ड रिजर्व रखने के मामले में फ्रांस का विश्व में चौथा स्थान है। यह यूरोप का तीसरा सबसे ज्यादा सोना रखने वाला देश है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक फ्रांस के पास 2,436 टन सोना मौजूद है, जो कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 62.9 फीसदी है।
तीसरे नंबर पर है इटली
गोल्ड रिजर्व रखने के मामले में इटली का विश्व में तीसरा स्थान है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, इटली के पास 2,451.8 टन सोना मौजूद है, जो कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 68.4 फीसदी है। इटली यूरोपीय देशों में जर्मनी के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश है, जिसके पास इतना सोना मौजूद है।
चौथे
नंबर
पर
है
फ्रांस
गोल्ड
रिजर्व
रखने
के
मामले
में
फ्रांस
का
विश्व
में
चौथा
स्थान
है।
यह
यूरोप
का
तीसरा
सबसे
ज्यादा
सोना
रखने
वाला
देश
है।
वर्ल्ड
गोल्ड
काउंसिल
के
मुताबिक
फ्रांस
के
पास
2,436
टन
सोना
मौजूद
है,
जो
कुल
विदेशी
मुद्रा
भंडार
का
62.9
फीसदी
है।
5वें स्थान पर है रूस
क्षेत्रफल के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा देश रूस संघ गोल्ड रिजर्व रखने के मामले में पांचवें स्थान पर आता है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, रूस के पास 2241.9 टन सोना है, जो इसकी विदेशी मुद्रा भंडार का 20.2 फीसदी है।
छठे
स्थान
पर
है
चीन
सोने
को
रिजर्व
रखने
के
मामले
में
हमारा
पड़ोसी
देश
चीन
छठे
स्थान
पर
है।
वर्ल्ड
गोल्ड
काउंसिल
के
मुताबिक,
चीन
के
पास
1948.3
टन
सोना
मौजूद
है,
जो
इसके
विदेशी
मुद्रा
भंडार
का
2.9
फीसदी
है।
7वें स्थान पर स्विट्जरलैंड
गोल्ड रिजर्व रखने की सूची में 7वें स्थान पर स्विट्जरलैंड है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, स्विट्जरलैंड के पास 1,040 टन सोना मौजूद है। यह उसके कुल विदेशी मुद्रा भंडार का छह फीसदी है।
8वें
स्थान
पर
जापान
जापान
गोल्ड
रिजर्व
रखने
के
मामले
में
आठवें
स्थान
पर
है।
वर्ल्ड
गोल्ड
काउंसिल
के
मुताबिक,
जापान
की
ऑफिशियल
गोल्ड
होल्डिंग
765.2
टन
है।
जो
विदेशी
मुद्रा
भंडार
का
2.8
फीसदी
है।
10
वें
नंबर
पर
नीदरलैंड्स
जैसा
की
पहले
बता
चुके
हैं
भारत
इस
लिस्ट
में
भारत
नवें
नबंर
पर
है।
वहीं
नीदरलैंड्स
गोल्ड
रिजर्व
रखने
के
मामले
में
10वें
स्थान
पर
आता
है।
वर्ल्ड
गोल्ड
काउंसिल
के
मुताबिक,
नीदरलैंड्स
के
पास
613
टन
सोना
है।
यह
उसके
कुल
विदेशी
मुद्रा
भंडार
का
68
फीसदी
है।
क्या होता है गोल्ड रिजर्व या स्वर्ण भंडार
बता दें स्वर्ण भंडार या गोल्ड रिजर्व किसी भी देश के केंद्रीय बैंक के पास रखा गया वह सोना होता है, जो आर्थिक संकट के समय काम आता है। यह देश की मुद्रा की रक्षा और जरूरत पड़ने पर लोगों के धन की वापसी के लिहाज से केंद्रीय बैंक खरीदकर रखता है। भारत में रिजर्व बैंक यह काम करता है। इस भंडार की सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त होती है।
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युरेनियम का भी है बड़ा भंडार
सोनभद्र जिले की सोन पहाड़ी पर सोने का भंडार के साथ-साथ पहाड़ी के नीचे यूरेनियम का भी बड़ा भंडार होने की संभावना जताई जा रही हैं। साल 2012 से भंडार के बारे में पुख्ता जानकारी जुटाने की प्रक्रिया चल रही थी। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के सर्वे में सोनभद्र की पहाड़ियों में गोल्ड के अलावा अन्य खनिज के भी भारी मात्रा में दबे होने की संभावना व्यक्त की गई है।