पंजाब: साथी पुलिसकर्मी पिटता रहा पुलिसवाले देखते रहे, सस्पेंड
नई दिल्ली। पंजाब सरकार ने तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करदिया है, उनपर आरोप है कि जब उनके साथी को भीड़ ने पीटा तो उन लोगों ने उसकी मदद नहीं की। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने फेसबुक पर पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि यह कायरतापूर्ण व्यवहार है, जिसे वर्दी में काम कर रहे लोगों से कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है। दरअसल पांच लोगों की एक टीम ड्रग डीलर के घर पर छापेमारी करने के लिए गई थी, जिसमे असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर भी शामिल था। जब भीड़ में लोग इस टीम के लीडर सब इंस्पेक्टर बलदेव सिंह के साथ मारपीट कर रहे थे तो इन लोगों ने अपने साथी की मदद नहीं की।
जानकारी के अनुसार पुलिस की टीम को लोगों ने बंधक बना लिया था, जिसके बाद अतिरिक्त फोर्स यहां पहुंची और उन्हें छुड़ाया गया। अमरिंदर सिंह ने लिखा कि यह शर्मनाक घटना है, जिसे सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है। नारकोटिक्स की छापेमारी टीम गांव में एक संदिग्ध के घर पर छापेमारी के लिए गई थी। इंस्पेक्टर जिसने यह छापेमारी की थी, उसके साथ लोगों ने मारपीट की।
पांच पुलिसकर्मियों की टीम में एक एएसआई और चांर जवान शामिल थे, जोकि अपने साथी की पिटाई को खड़े होकर देखते रहे। वर्दी में सेवा कर रहे लोगों के द्वारा कायरता को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पंजाब पुलिस के चीफ दिनकर गुप्ता ने ने इस पूरे मामले के जांच के आदेश दे दिए हैं। रिपोर्ट के अनुसार एएसआई सविंदर सिंह, हेड कॉस्टेबल गुरविंदर सिंह, कॉस्टेबल निशान सिंह और होम गार्ड दर्शन सिंह को सेवा से निकाल दिया गया है। साथ ही 25-30 लोगों के खिलाफ पुलिस के साथ मारपीट का मामला दर्ज किया गया है।