पश्चिम बंगाल की 20 सीटों पर अमित शाह की निगाहें, भाजपा के 3 दांव पलट सकते हैं पासा
नई दिल्ली। देश में सात चरणों में लोकसभा चुनाव संपन्न होंगे और 23 मई को वोटों की गिनती के बाद मालूम हो जाएगा कि सत्ता किससे हाथों में जाएगी। लोकसभा चुनाव 2019 के लिहाज से उत्तर प्रदेश हमेशा से अहम राज्य रहा है तो बिहार और पश्चिम बंगाल का महत्व भी राजनीतिक लिहाज से कम नहीं रहा है। पश्चिम बंगाल में फिलहाल ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी की सरकार है। दूसरी तरफ, केंद्र की बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के किले में सेंध लगाने की कोशिश में जुटी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित राज्य पश्चिम बंगाल में बीजेपी का परचम लहराने के लिए तमाम समीकरण आजमा रहे हैं। फिलहाल बीजेपी के खाते में दार्जिलिंग और आसनसोल की लोकसभा सीटें हैं लेकिन पार्टी की कोशिश सात चरणों में होने वाले इस चुनाव में 20 सीटों पर कब्जा जमाने की है।
सीपीएम के वोटबैंक में सेंध लगाने की कोशिश
यूपी और बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल में भी वोटिंग सात चरणों में होनी है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी का लक्ष्य इन सात चरणों में 20 सीटों को साधने पर है ताकि नुकसान की भरपाई बंगाल से की जा सके। इन 20 सीटों पर बीजेपी पूरी ताकत लगा रही है और हर प्रकार के समीकरण साधने में जुटी है। बीजेपी सीपीएम के वोटबैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है, साथ ही वाम मोर्चे के छोटे दलों के पुराने किले पर पार्टी की नजर है। बीजेपी माकपा की कमजोरी को अपने वोटबैंक में बदलने का हर संभव प्रयास कर रही है।
बंगाल में संगठन को मजूबत करने पर बीजेपी दे रही जोर
पिछले कुछ महीनों में बीजेपी ने बंगाल में संगठन को मजूबत करने की कोशिश की है। हाल ही में पार्टी ने कई बड़े चेहरों को बीजेपी की सदस्यता दिलाने में सफलता पाई है जबकि टीएमसी के कई नेताओं को भी पार्टी अपने पाले में लाने में कामयाब रही है। बंगाल प्रभारी मुकुल रॉय ने भी कहा है कि वे संगठन को मजबूत करने की दिशा में प्रयास कर रहे हैं।
20 सीटों पर बीजेपी ने जमाई नजरें
बीजेपी जिन 20 सीटों पर अपनी नजरें जमाए है उनमें 6 अनुसूचित या अनुसूचित जनजाति समुदाय के लिए आरक्षित है। दूसरी तरफ 9 ऐसी सीटें हैं जो सीमा से लगी हैं। इन इलाकों में बीजेपी घुसपैठ को मुद्दा बनाने की कोशिश में है ताकि पार्टी को इसका फायदा मिल सके। सात चरणों में होने वाले चुनाव में बीजेपी प्रत्येक चरण की महत्वपूर्ण सीटों पर केंद्रित करते हुए अपने कैडर तैनात करेगी।
प्रत्येक चरण की महत्वपूर्ण सीटों पर पार्टी की नजर
बीजेपी पहले चरण में दो आरक्षित सीटों कूच बिहार और अलीपुरद्वार पर नजर जमाए हुए है। जबकि दूसरे चरण में पार्टी की नजरें जलपाईगुड़ी और रायगंज पर रहेंगी। इसके अलावा तीसरे चरण में बीजेपी मालदा उत्तर और लाबूरघाट पर ध्यान केंद्रित करेगी है। चौथे चरण में कृष्णानगर और बोलपुर जबकि 5वें चरण में श्रीरामपुर, बैरकपुर, बोंगोन) और हावड़ा पर फोकस रहेगा। छठे चरण की वोटिंग में पुरुलिया, बांकुरा, झारग्राम और मेदनीपुर के आदिवासी बहुल सीटों पर पार्टी की नजरें होंगी। इसके अलावा सातवें और आखिरी चरण में कोलकाता की दो सीटों दमदम और बारासात पर बीजेपी की नजरें है। हालांकि पार्टी के लिए टीएमसी की चुनौती से पार पाना इतना आसान नहीं होगा। बता दें कि 19 मई को चुनाव संपन्न होंगे जबकि 23 मई को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे।