60 पन्नों की चार्जशीट कड़ी मेहनत से बनाई थी, राजा की रिहाई पर चौंका- पूर्व CBI चीफ एपी सिंह
नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो के पूर्व निदेशक एपी सिंह ने कथित 2 जी घोटाले में पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ए. राजा को गिरफ्तार किया था। इस मामले पर सुनवाई अदालत के फैसले पर उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया है जिसमें सभी 19 आरोपियों को क्लीन चिट दे दी गई है। अंग्रेजी समाचार चैनल इंडिया टुडे से सिंह ने कहा कि 'मैं फैसले पर चौंक से गया हूं। सिंह ने कहा कि हमने बहुत कड़ी मेहनत के बाद 60 पृष्ठों के चार्जशीट को तैयार किया था। यह बहुत मुश्किल आरोप पत्र नहीं था और यह बहुत स्पष्ट है। उन्होंने कहा, 'श्री राजा के खिलाफ 3-4 आरोप थे, एक 2001 की नीलामी में 1658 का फिगर था, जो वर्तमान कीमतों को अनुक्रमित नहीं था इसलिए हमने 30 हजार करोड़ रुपये के नुकसान की गणना की।
दो कंपनियों की मदद कर रहे थे राजा
पूर्व पुलिस प्रमुख ने कहा, 'हमारी जांच में हमने पाया कि राजा, दो कंपनियों की मदद कर रहे था- एक स्वान टेलीकॉम और यूनिटेक था, और लाइसेंस देने की पूरी प्रक्रिया और कट ऑफ की गई तारीखें उन दोनों के पक्ष में करने के लिए किए गए थे।
पैसों के लेन देने के निशान भी मिले
सिंह ने कहा कि सीबीआई जांचकर्ताओं ने भी पैसे के लेन देन के निशान भी पाएथे। हंस टेलीकॉम ने 200 करोड़ रुपए का भुगतान किया, जिसे बिचौलियों के माध्यम से कलैग्नर टीवी को भेजा गया था, जिनमें से 60 प्रतिशत शेयरहोल्डिंग कनिमोझी की मां दयालु अम्मा और कनिमोझी के साथ 20 प्रतिशत थी।
कंपनियों के पक्ष में रहने का प्रयास किया गया
पूर्व सीबीआई निदेशक ने कहा कि जांच में 30 हजार करोड़ रुपये की हानि की गणना हुई थी। उन्होंने कहा, 'हमारी जांच का जोर नुकसान पर नहीं था, लेकिन इन लाइसेंसों को देने में इन अनियमितताओं और इन कंपनियों के पक्ष में रहने का प्रयास किया गया था।'
वहीं राजा ने कहा कि...
तात्कालीन दूरसंचार मंत्री ए राजा ने कहा कि उनका न्याय प्रणाली के प्रति विश्वास मजबूत हुआ है। खुद को बेदाग बताते हुए राजा ने कहा कि अपने कार्यकाल में उन्होंने आम जनता की भलाई के लिए काम किए और वायरलेस सिस्टम को सस्ता बनाने की कोशिश की।