बीते तीन साल में असम के डिटेंशन सेंटर में 26 मौतें: संसद में गृह राज्यमंत्री
नई दिल्ली। असम के डिटेंशन सेंटर में बीते तीन साल में 26 लोगों की मौत हुई है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में ये जानकारी दी है। डिटेंशन सेंटर में हुई मौतों पर हुए सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि इस साल 2 फरवरी तक असम के डिटेंशन सेंटर में 799 लोग रखे गए थे। इनमें से 95 लोग तीन साल से ज्यादा समय से यहां हैं। पिछले तीन साल में यहां बीमारी से 26 लोगों की मौत हुई है।
2017 में छह, 2018 में नौ, 2019 में 10 और इस साल 1 व्यक्ति की मौत डिटेंशन सेंटर में हुई है। केंद्रीय गृह राज्य मत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को संसद को बताया कि असम में पिछले तीन सालों में इन सभी लोगों की जान बीमार पड़ने की वजह से गई है।
वहीं लोकसभा में डिटेंशन सेंटर से जुड़े सवाल पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया है कि असम के 6 डिटेंशन सेंटर में बीते एक साल में 10 लोगों की मौत हुई है। रेड्डी ने एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि असम के छह डिटेंशन सेंटर, जहां घोषित विदेशी या दोषी विदेशियों को रखा जाता है वहां एक मार्च 2019 से 29 फरवरी 2020 के बीच दस लोगों की मौत हुई है।
संशोधित नागरिकता कानून के पास होने और अमित शाह के एक इंटरव्यू में देशभर में एनआरसी कराने की बात कहने के बाद डिटेंसन सेंटर चर्चा में हैं। शुरू में सरकार की तरफ से किसी तरह के डिटेंशन सेंटर के निर्माण की बात को खारिज किया गया था। बाद में असम में डिटेंसन सेंटर की तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हुई। इसके बाद विपक्ष ने डिटेंशन सेंटर के नाम पर सरकार को घेरना शुरू किर दिया।
मार्कंडेय काटजू रंजन गोगोई पर हुए हमलावर, बोले 40 साल के करियर में मैंने कई जज देखे पर..