26/11 का मास्टरमाइंड कश्मीर की आजादी के लिए इकट्ठा कर रहा है फंड
नई दिल्ली। 26/11 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंट और लश्कर ए तैयबा का टॉप कमांडर जकीउर रहमान लखवी को पाकिस्तान की कोर्ट से जमानत मिलने के बाद अब उसने एक बार फिर से फंड इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। लखवी को कोर्ट ने 2015 में आतंकी गुट के लिए पंजाब प्रांत से किसानों द्वारा फंड इकट्ठा करने के आरोप में जमानत दी थी। उसके बाद से पहली बार लखवी सामने आया है और उसने चंदा इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। वह यह पैसा पंजाब प्रांत के किसानों से आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए इकट्ठा कर रहा है।
गेहूं काटने वाले किसानों से ले रहा है फंड
आईबी के इनपुट के अनुसार लखवी भारत का मोस्ट वांटेड अपराधी है और लोगों की नजरों से दूर रहते हुए भी लगातार आतंकी गतिविधियों में जुटा हुआ है। उसे अप्रैल 2015 में रावलपिंडी अदियाला जेल से रिहा किया गया था। जिसके बाद से वह अंडरग्राउंड था, लेकिन इस वर्ष फरवरी माह में वह सामने आया और सक्रिय रूप से पंजाब में लोगों से चंदा इकट्ठा कर रहा है। सूत्रों के अनुसार वह गेंहूं की खेती करने वालों से चंदा इकट्ठा कर रहा है।
आतंक को बढ़ावा देने के लिए शुरू की मैग्जीन
एलईटी लगातार अलग-अलग तरीकों से चंदा इकट्ठा करने में जुटा है, वह अलग-अलग नाम से लोगों से जुड़ता है और उनसे फंड इकट्ठा करता है। एलईटी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की पाबंदी के बाद भी लगातार फंड इकट्ठा करने से बाज नहीं आ रहा है। आपको बता दें कि फरवरी माह में एलईटी पर एफएटीएफ ने पाबंदी लगा दी थी। एफटीएफ ने एलईटी को वाचलिस्ट में डाल दिया था। लश्कर ने इससे पहले एक मैग्जीन भी शुरू की थी, जिसका नाम वेथ था, जोकि मुख्य रूप से कश्मीर मुद्दे के लिए बनाई गई है। 20 पेज की इस मैग्जीन में कश्मीर में लोगों को आतंकी गतिविधियों के लिए उकसाना है।
भारत जंग हार चुका है
मैगजीन में कहा गया है कि भारत का कश्मीर में ऑपरेशन ऑल आउट उल्टा पड़ गया है, इस ऑपरेशन के बाद और बड़ी संख्या में युवा आजादी के लिए सामने आ रहे हैं। इस मैग्जीन में लश्कर के प्रवक्ता अब्दुल्ला गजनी का साक्षात्कार भी छापा गया है। जिसमे उसके हवाले से कहा गया है कि 2018 भारतीय सेना के लिए मुश्किल रहने वाला है, हमारा आजादी का संघर्ष अपने निर्णायक मुकाम पर है, भारत यह जंग हार चुका है और अपनी आखिरी सांसें गिन रहा है।