मोदी कैबिनेट में 22 मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज, हरसिमरत कौर बादल सबसे अमीर
नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी की दूसरे कार्यकाल में उनके अलावा 57 मंत्रियों ने गुरुवार को मंत्री पद की शपथ ली। मोदी कैबिनेट में इस बार 22 मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। मंत्रियों ने चुनाव आयोग को दिए अपने हलफनामें में इसकी जानकारी दी है। इनमें से 16 नए मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। ये गंभीर मामले हत्या का प्रयास, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और चुनाव उल्लंघन जैसे हैं।
'मोदी सरकार में 22 मंत्रियों पर आपराधिक केस'
अपने हलफनामें में 6 मंत्रियों ने धर्म, जाति, जन्मस्थान, निवास और भाषा के आधार पर विभिन्न समुदायों के बीच सौहार्द बिगाड़ने के मामले दर्ज होने का हवाला दिया है। तीन मंत्रियों गिरिराज सिंह और अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के मामले दर्ज हैं। यह विश्लेषण एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने किया है।
हरसिमत कौर बादल सबसे अमीर
एडीआर के मुताबिक नई कैबिनेट में 57 में 51 मंत्री करोड़पति हैं। सबसे ज्यादा अमीर मंत्री शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल हैं। उनकी संपत्ति 217 करोड़ रुपये है। उनके बाद पीयूष गोयल का नंबर है। पीयूष गोयल की संपत्ति 95 करोड़ रुपये है। गुरुग्राम से निर्वाचित राव इंद्रजीत सिंह तीसरे सबसे अमीर मंत्री हैं। उनकी संपत्ति 42 करोड़ रुपये है। अमित शाह का नंबर चौथे नंबर पर हैं। सभी मंत्रियों की औसत संपति 14.72 करोड़ रुपये हैं। एडीआर ने रामविलास पासवान और विदेश मंत्री एस जयशंकर के हलफनामों का विश्लेषण नहीं किया गया है क्योंकि दोनों ही फिलहाल संसद के सदस्य नहीं है।
47 मंत्री स्नातक
एडीआर के विश्लेषण के मुताबिक 8 मंत्रियों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 10वीं से 12वीं के बीच बताई है। वहीं 47 मंत्रियों ने खुद को ग्रेजुएट बताया है। एक मंत्री के पास डिप्लोमा है। एडीआर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 58 में से 56 मंत्रियों के हलफनामों का विश्लेषण किया। इसमें लोकसभा और राज्यसभा दोनों के सदस्य हैं। 20 फीसदी मंत्रियों ने अपनी उम्र 41 से 50 वर्ष के बीच बताई है। जबकि 80 फीसदी मंत्रियों ने अपनी उम्र 51 से 70 वर्ष के बीच बताई है। 56 मंत्रियों में 6 महिला मंत्री हैं।