Solar Eclipse 2019: साल का पहला चंद्र ग्रहण आज, भारत में नहीं दिखेगा लेकिन आप देख सकते हैं
नई दिल्ली। साल का पहला सूर्यग्रहण 06 जनवरी यानी कि आज लग रहा है। यह ग्रहण भारतीय समय के अनुसार सुबह 05:04 पर शुरू होगा। और इसका समापन सुबह 09:18 पर होगा। इस ग्रहण की कुल अवधि लगभग 4 घंटे 14 मिनट होगी। ये ग्रहण धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में होगा। ये ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण है। यह आंशिक सूर्यग्रहण उत्तरी एशिया, पैसिफिकस रूस, बीजिंग, टोक्यो में दिखाई देगा लेकिन भारत में इसका दर्शन नहीं हो सकेगा।
ये ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण है। यह आंशिक सूर्यग्रहण उत्तरी एशिया, पैसिफिकस रूस, बीजिंग, टोक्यो में दिखाई देगा लेकिन भारत में इसका दर्शन नहीं हो सकेगा। शास्त्रों के अनुसार जहां पर ग्रहण नहीं दिखाई देता वहां ग्रहण के नियम नहीं लागू होते हैं।
सूतक संबंधी नियमों का पालन करने की जरूरत नहीं है। भारत में इस दौरान धार्मिक कार्य बंद नहीं होंगे। वहीं साल 2019 के आखिरी महीने का आखिरी सूर्य ग्रहण ही भारत में दिखाई देगा। जोकि 26 दिसंबर 2019 को सुबह 8 बजकर 17 मिनट से लेकर 10 बजकर 57 तक रहेगा। हालांकि यह सूर्य ग्रहण भी भारत और सऊदी अरब में केवल 3 मिनट और 39 सेकेंड के लिए ही दिखाई देगा।
यहां जानिए सूर्य ग्रहण को देखते वक्त क्या-क्या बरतें सावधानियां
- सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण, कभी भी ग्रहण के दौरान आसमान को नंगी आंखों से ना देखें।
- सूर्य ग्रहण को हमेशा सोलर फिल्टर वाले चश्मों से देखें. इस चश्मों को सोलर-व्युइंग ग्लासेस, पर्सनल सोलर फिल्टर्स या आइक्लिप्स ग्लासेस कहा जाता है।
- ज्योतिषों और पंडितों की मानें तो उनके अनुसार ग्रहण के वक्त खुले आकाश में निकलने के लिए मना किया जाता है। खासकर प्रेग्नेंट महिलाओं, बुज़ुर्गों, रोगी और बच्चों को। साथ ही ग्रहण के दौरान खाना खाने और पकाने को भी मना किया जाता है।
- वहीं, लोगों की मान्यता है कि ग्रहण के तुरंत बाद किसी भी काम को करने से पहले नहाना चाहिए। सिर्फ खुद को ही नहीं बल्कि घर में मंदिर में मौजूद सभी भगवानों की मूर्तियों को भी नहलाना या फिर गंगाजल छिड़कना चाहिए।
- मूर्तियों और खुद को नहलाने के बाद पूरे घर में धूप-बत्ती कर शुद्धीकरण किया जाना चाहिए। घर में या बाहर मौजूद तुलसी के पौधे को भी गंगाजल डालकर स्वच्छ करना चाहिए।
- कुछ लोग तो अपने घरों को भी पानी से धो डालते हैं। मान्यता है कि ग्रहण के बाद मन की शुद्धी के लिए दान-पुण्य भी करना चाहिए।