कश्मीर में 20 डॉक्टरों और 25 गर्भवती महिलाओं को कोरोना
नई दिल्ली- लॉकडाउन में छूट मिलने लगी है और कश्मीर घाटी में कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद तेजी से बढ़ने लगे हैं। पिछले एक दिन में ही वहां कोविड-19 के 106 नए केस सामने आए हैं ज्यादातर मामले घाटी के ही हैं। लेकिन, इस दौरान एक बड़ी बात ये सामने आई है कि वहां जितने लोग अब तक नोवल कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, उनमें डॉक्टरों और गर्भवती महिलाओं की संख्या बहुत ही ज्यादा है। जाहिर तौर पर डॉक्टर मरीजों के संपर्क में आकर इंफेक्टेड हो रहे हैं तो गर्भवती महिलाओं को टेस्ट के लिए अस्पताल जाते रहने से इसके ज्यादा फैलने का भी खतरा मंडर रहा है। एक बात और है कि डॉक्टर अगर संक्रमित हो जा रहे हैं तो वहां तेजी से बढ़ रहे केस के बीच स्वास्थ्य व्यवस्था पर बहुत ही बुरा असर पड़ रहा है।
20 डॉक्टरों और 25 गर्भवती महिलाओं को कोरोना
कश्मीर में पिछले पांच दिनों में ही कोरोना वायरस के 247 नए केस और 5 मौतों का आंकड़ा सामने आए हैं। ऐसे में लॉकडाउन के नियमों में छूट से आने वाले ईद के त्योहार के मद्देनजर चुनौती बहुत ही ज्यादा बढ़ गई है। कश्मीर के लिए हालात इसलिए विस्फोटक होते जा रहे हैं क्योंकि वहां अबतक 20 डॉक्टरों को कोविड-19 पॉजिटिव पाया जा चुका है। ऐसे में कोरोना के मामलों को संभालना वहां बहुत ज्यादा भारी पड़ रहा है। ढेर सारे हेल्थ वर्कर्स पहले से ही आइसोलेशन में भेजे जा चुके हैं। ऐसे में बढ़ते मामलों ने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को हिलाकर रख दिया है और यह फ्रंटलाइन वर्क्स के लिए खतरा बढ़ा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक घाटी में अब तक कम से कम 25 गर्भवती महिलाएं कोविड-19 से संक्रमित हो चुकी हैं। माना जा रहा है कि गर्भवती महिलाओं को नियमित जांच के लिए बार-बार अस्पताल आना पड़ता है, ऐसे में अगर वह संक्रमित हैं तो वो वायरस के फैलने का बहुत बड़ा कारण बन सकती हैं। कश्मीर के डीसी पीके पोले ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया है कि 'अब तक कम से कम 20 डॉक्टर पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। जिन 1,800 महिलाओं में कोरोना वायरस की जांच की गई है, उनमें से 25 पॉजिटिव निकली हैं।'
घाटी में ज्यादा मिल रहे हैं मरीज
जम्मू-कश्मीर में कोरोना वायरस का पहला मामला 9 मार्च को सामने आया था और मंगलवार सुबह तक यह आंकड़ा 1,289 तक पहुंच चुका है। इनमें 18 मई तक 1,129 केस कश्मीर में थे और 160 मामला जम्मू का था। पिछले एक दिन में ही जम्मू और कश्मीर में कुल 106 नए मामले सामने आए हैं और मरने वालों का भी आंकड़ा 2 बढ़कर 15 तक पहुंच चुका है। मौत का आंकड़ा भी सबसे ज्यादा कश्मीर का ही है, जिसमें घाटी में पिछले पांच दिनों में हुई पांच मौतें भी शामिल हैं। मरने वालों में श्रीनगर की 29 साल की महिला से लेकर बडगाम और अनंतनाग के 70 वर्षों से ज्यादा के मरीज भी शामिल हैं।
हाल में तेजी से बढ़ने लगे हैं केस
प्रदेश में पिछले एक दिन में जो अचानक 106 नए केस सामने आए हैं, उनमें 94 कश्मीर और 12 जम्मू में बढ़े हैं। इनमें श्रीनगर के तीन अस्पतालों में काम करने वाले 5 डॉक्टर और अनंतनाग में तैनात सशस्त्र पुलिस बल के 55 पुलिस वाले भी शामिल हैं। पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में सामने आए कोरोना के नए मामलों को देखें तो 18 मई को 94, 17 मई को 21, 16 मई को 86 और 15 मई को 46 नए केस सामने आए हैं। यानि वहां अचानक पॉजिटिव केस तेजी से बढ़ने शुरू हो गए हैं और लॉकडाउन के नियम में ढील देने से स्थिति और बिगड़ने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
बहुत सारे डॉक्टरों की हो रही है जांच
इतनी ज्यादा संख्या में डॉक्टरों के पॉजिटिव मिलने के बाद श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल, एसकेआईएमएस अस्पताल, डेंटल कॉलेज हॉस्पिटल और अनंतनाग के मैटरनिटी और चाइल्डकेयर हॉस्पिटल के ढेर सारे डॉक्टरों, पारामेडिकल स्टाफ, हेल्थकेयर वर्कर और मरीजों का कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है, जिनके कि संक्रमितों के संपर्क में आने की आशंका है। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज और एसोसिएट हॉस्पिटल की प्रिंसिपल डॉक्टर सामिया राशिद ने कहा है, 'मरीज (29 साल की महिला) के ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने सभी एहतियाती कदम उठा रखे थे और पीपीई पहन रखा था। इसके बावजूद इंफेक्टेड होना प्रोफेशनल हजार्ड है और हम सर्जरी को भी नहीं टाल सकते थे।'
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