कारोबारी के देश छोड़ने के दो साल बाद बैंक ने दर्ज कराया केस, 350 करोड़ के घोटाले का मामला
कारोबारी के देश छोड़ने के दो साल बाद बैंक ने दर्ज कराया केस, 350 करोड़ के घोटाले का मामला
नई दिल्ली। पंजाब राइस लिमिटेड के डायरेक्टर मनजीत सिंह मखानी और उसके सहयोगियों पर केनरा बैंक ने फ्रॉड का मामला दर्ज कराया है। केनरा समेत छह बैंकों से 350 करोड़ का कर्ज लेकर मनजीत दो साल पहले ही देश छोड़ चुका है और इस समय कनाडा में बताया जाता है। केनरा बैंक ने मामले को लेकर मामला दर्ज कराया है। जिसके आधार पर सीबीआई ने कार्रवाई शुरू कर दी है। सीबीआई ने मखानी के कई ठिकानों पर छापे मारे हैं।
सीबीआई की ओर से बताया गया है कि इन सभी पर केनरा बैंक की अगुवाई वाले कंसोर्टियम जिसमें आंध्रा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, आईडीबीआई बैंक और यूको बैंक शामिल हैं, के साथ 350.84 करोड़ रूपए की धोखाधड़ी के आरोप हैं। जिसमें केनरा बैंक के 174.89 करोड़, आंध्रा बैंक के साथ 53 करोड़, यूबीआई के साथ 44 करोड़, आईडीबीआई के साथ 14 करोड़ और यूको बैंक के साथ 41 करोड़ रुपए का फ्रॉड हुआ है।
सीबीआई ने केनरा बैंक के साथ 174.89 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी मामले में पंजाब बासमती राइस लिमिटेड और उसके निदेशकों के परिसरों में गुरुवार को छापे मारे। कंपनी और उसके निदेशकों के खिलाफ केनरा बैंक के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। ये छापे पंजाब के अमृतसर में कंपनी के कार्यालय और आरोपी निदेशकों कुलविंदर सिंह मखानी, जसमीत कौर और मनजीत सिंह मखानी के परिसरों में मारे गए।
केनरा बैंक ने अपनी शिकायत में कहा है कि इस फर्म ने 2003 से इसके लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया था। 2012 में, उन्होंने एक कंसोर्टियम व्यवस्था का विकल्प चुना। शामिल बैंकों में आंध्र बैंक, आईडीबीआई, ओबीसी, यूबीआई और यूको बैंक थे और कंसोर्टियम का नेतृत्व कैनरा बैंक ने किया था। कंपनी ने किस्तें नहीं चुकाईं जिसके बाद खाते को 25.04.2018 को केनरा बैंक ने एनपीए कर दिया।
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