दाऊद इब्राहिम को तलाशने और हाफिज सईद को सजा दिलाने में भारत की मदद करेगा अमेरिका!
भारत और अमेरिका के बीच गुरुवार को पहली 2+2 वार्ता हुई और इस वार्ता में भारत को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। सूत्रों के मुताबिक अमेरिका ने पहली बार अंडरवर्ल्ड डॉन और मुंबई धमाकों के दोषी दाऊद इब्राहिम को तलाशने का भरोसा दिलाया है।
नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच गुरुवार को पहली 2+2 वार्ता हुई और इस वार्ता में भारत को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। सूत्रों के मुताबिक अमेरिका ने पहली बार अंडरवर्ल्ड डॉन और मुंबई धमाकों के दोषी दाऊद इब्राहिम को तलाशने का भरोसा दिलाया है। साथ ही लश्कर-ए-तैयबा के सरगना और मोस्ट वांटेंड आतंकी हाफिज सईद पर भी दोनों देशों के बीच बातचीत हुई है। दाऊद इब्राहिम इस समय पाकिस्तान में छिपा हुआ है। सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के प्रशासन ने भारत को विश्वास दिलाया है कि दाऊद इब्राहिम और हाफिज सईद को सजा दिलाने में वह पूरी मदद करेगा।
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भारत ने जताई चिंता
अमेरिका ने हाफिज सईद पर 20 मिलियन डॉलर का ईनाम घोषित किया हुआ है। इसके अलावा अमेरिका ने इस बात पर भी सहमति जाहिर की है कि वह पाकिस्तान पर उसकी सरजमीं से संचालित होने वाले आतंकी संगठनों को खत्म करने के लिए और दबाव बनाएगा। भारत और अमेरिका के बीच वार्ता के बाद जारी हुए ज्वॉइन्ट स्टेटमेंट जारी किया गया। इस बयान में ही आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाने और दाऊद इब्राहिम और उसके साथियों के खिलाफ एक्शन लेने की बात कही गई थी। वार्ता के दौरान भारत ने इस बार पर अमेरिका से चिंता जताई थी कि 26/11 मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा का चीफ हाफिज सईद पाकिस्तान में आजाद घूमता है।
आतंकवाद के खात्मे पर राजी दोनों देश
भारत ने अमेरिका को बताया कि यह हाल तब है जब अमेरिका ने हाफिज सईद को मोस्ट वांटेंड आतंकी बताते हुए उसके सिर पर ईनाम घोषित किया हुआ है। 2+2 वार्ता के दौरान दोनों पक्ष इस बात पर भी सहमत हुए कि आतंकवाद का खात्मा दुनिया में शांति और स्थायित्व के लिए काफी जरूरी है। आपको बता दें कि इस वर्ष मुंबई आतंकी हमलों की 10वीं बरसी है। वार्ता के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपेयो और रक्षा मंत्री जिम मैटीस भारत आए हुए थे। यहां पर इन्होंने भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की थी।
आतंकियों को मिलेगी सजा
वार्ता के बाद जो बयान जारी किया गया उसमें कहा गया था, 'दोनों मंत्रियों ने ज्ञात और संदिग्ध आतंकियों से जुड़ी जानकारियों को साझा करने और यूएन सिक्योरिटी काउंसिल रेजॉल्यूशन 2396 को लागू करने की कोशिशों को आगे बढ़ाएगा, जो विदेशी आतंकियों को वापस भेजने से जुड़ा है।' साल 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले की 10वीं बरसी के मौके पर दोनों देश मुंबई, पठानकोट और उरी आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं को सजा दिलाने पर भी चर्चा की। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा अमेरिका ने हाल ही में लश्कर-ए-तैयबा को जो नया स्थान दिया है, भारत उसका स्वागत करता है।