1984 सिख दंगों के दोषी पूर्व विधायक महेंद्र यादव का कोरोना से निधन, SC ने नहीं दी थी अंतरिम जमानत
नई दिल्ली। 1984 में हुए सिख विरोधी दंगा मामले में मंडोली जेल में बंद पूर्व विधायक महेंद्र यादव का शनिवार को कोरोना से निधन हो गया। बता दें कि पूर्व विधायक महेंद्र यादव हाल में वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। जिसके बाद यादव ने कोविड-19 पॉजेटिव होने और ज्यादा उम्र होने के आधार पर सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत की गुहार लगाई थी। सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत देने से इंकार कर दिया था।
मंडोली जेल में बंद पूर्व विधायक महेंद्र यादव पिछले सप्ताह कोरोना संक्रमित पाए गए थे। उन्हें पेट दर्द की शिकायत के बाद जेल प्रशासन ने उन्हें दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती करवाया था। अस्पताल में उनका कोविड-19 का टेस्ट हुआ तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालत बिगड़ने पर उन्हें लोकनायक अस्पताल में रेफर किया गया था। जहां शनिवार को इलाज के दौरान निधन हो गया।
यादव ने कोविड-19 पॉजेटिव होने और ज्यादा उम्र होने के आधार पर सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत की गुहार लगाई थी। उनको मामले में दस साल की सजा सुनाई गई है। बता दें कि महेंद्र यादव पालम विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं। 1984 सिख विरोधी दंगों में शामिल लोगों में उनका भी नाम दर्ज है।
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