1984 सिख विरोधी दंगा: जगदीश टाइटलर पर नहीं दर्ज होगी नई FIR
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। 1984 सिख दंगा मामले में जगदीश टाइटलर पर लगे आरोपों पर शुक्रवार को कड़कड़डूमा कोर्ट में सुनवाई हुई। 30 साल से चले आ रहे इस मामले में सीबीआई कोर्ट ने कहा कि टाइटलर पर मनी लॉन्ड्रिंग, गवाहों को प्रभावित करने, सबूतों से छेड़छाड़ का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया। सीबीआई ने सिख विरोधी दंगे में टाइटलर की संलिप्ता से संबंधित मामले की समापन रिपोर्ट पर सुनवाई के दौरान अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी सौरभ प्रताप सिंह लालेर की अदालत में यह जानकारी दी।
वर्मा के बयान का उल्लेख करते हुए फूलका ने अदालत को बताया कि व्यवसायी ने अपने बयान में कहा था कि टाइटलर एक गवाह को बड़ी धनराशि देकर और उनके बेटे को विदेश में बसाने का प्रलोभन देकर प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे। अदालत ने तीन जून को जांच एजेंसी से रिपोर्ट मांगी थी। इस बीच, फूलका ने गुरुवार को अदालत को बताया कि वह विरोध में याचिका दायर करेंगे, क्योंकि सीबीआई टाइटलर के खिलाफ गवाहों को प्रभावित करने का मामला दर्ज न कर उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है।
अदालत मामले पर 30 जुलाई को अगली सुनवाई करेगी। जांच एजेंसी ने कांग्रेस नेता को इससे पहले भी दो बार क्लीन चीट दे दी है। अप्रैल 2013 में एक सत्र अदालत ने समापन रिपोर्ट को अस्वीकार कर दिया था और हत्या की सीबीआई से जांच कराने के लिए कहा था। अदालत के निर्देश पर काम करते हुए सीबीआई ने फिर जांच शुरू की, लेकिन फिर 24 दिसंबर, 2014 को एक और समापन रिपोर्ट पेश कर दी।