अल कायदा और ISIS की मदद से हमलों की साजिश कर रहे 16 लोग NIA की हिरासत में
चेन्नई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को 16 गिरफ्तार लोगों को आठ दिनों के लिए गिरफ्तार किया है। इन लोगों को 'अंसारुल्ला' नामक आतंकी संगठन बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इन सभी आरोप है कि ये लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में आतंकी हमलों के लिए फंड इकट्ठा कर रहे थे। एनआईए की तरफ से इन लोगों की 10 दिनों की हिरासत स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर (एसपीपी) से मांगी गई थी। एनआईए ने कहा था कि आरोपियों को सुबूत की जांच के लिए अलग-अलग जगह पर ले जाना है।
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आतंकी संगठन को दिए अलग-अलग नाम
एनआइर्ए ने जज पी चिंतूरपांदी के सामने दायर याचिका मेूं कहा था कि आरोपियों से पूछताछ की जरूरत है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्हें पैसे कहां से मिल रहे हैं, फंड का उपयोग कैसे होगा और कैसे इस फंड को दूसरी जगह भेजा जाएगा। आरोपियों के वकील ने एनआईए की याचिका का विरोध किया किया। उन्होंने कहा कि सिर्फ दो लोगों को हसन अली यूनुस माराइकार और हरीश मोहम्मद, छोड़कर सभी आरोपी दूसरे देश में काम करते हैं। इन्हें अचानक ही भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया और फिर गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के वकील की मानें तो जांच अधिकारी ने इस बात का जिक्र नहीं किया है कि उन्हें इन्हें क्यों गिरफ्तार करना है। एसपीपी ने कहा कि 16 में से सात आरोपी यूएई की जेल में बंद थे और उन्हें 12 जुलाई को भारत भेजा गया। इसके बाद अगले दिन उनकी गिरफ्तारी हुई।
कोर्ट ने बताया एक गंभीर मसला
एसपीपी ने आगे कहा कि यह बहुत ही गंभीर मामला है जिसमें देश की रक्षा और सुरक्षा का मसला शामिल है। साथ ही यही एक ऐसा केस है जिसकी जांच पहले भी पुलिस की तरफ से की जा चुकी है। जज ने कहा कि आरोपियों ने एक संगठन तैयार कर लिया था जिसे अलग-अलग नाम जैसे वहादत-ए-इस्लामी, जरनाम वाहादत-उल-इस्लाम-अल-जिहादिया, जिहादी इस्लामिक यूनिट और अंसारुल्ला दिए गए थे। इनका मकसद भारत में हिंसा फैलाकर इस्लामिक कानूनों की स्थापना करना था। अभियोजक पक्ष का कहना था कि इन सभी लोगों को अल-कायदा और आईएसआईएस का समर्थन हासिल था।