Ram janmabhoomi: अयोध्या में पीएम मोदी की ढाल बनेंगे कोरोना को हराकर लौटे 150 पुलिसवाले, मिली ये अहम जिम्मेदारी
अयोध्या।
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
आज
अयोध्या
में
राम
मंदिर
निर्माण
की
नींव
रखेंगे।
पीएम
मोदी
का
एयरक्राफ्ट
सुबह
11:30
बजे
अयोध्या
के
साकेत
कॉलेज
में
बने
हैलीपैड
पर
लैंड
करेगा।
यहां
से
पीएम
मोदी
एक
खास
सुरक्षा
घेरे
में
होंगे
जिसमें
स्थानीय
पुलिस
के
जवान
भी
शामिल
होंगे।
इंग्लिश
डेली
हिन्दुस्तान
टाइम्स
की
तरफ
से
बताया
गया
है
कि
पीएम
मोदी
के
सुरक्षा
घेरे
में
ऐसे
150
जवान
भी
शामिल
हैं
जो
हाल
ही
में
कोरोना
वायरस
महामारी
से
ठीक
हो
चुके
हैं।
अखबार
ने
राज्य
के
डीआईजी
के
हवाले
से
यह
खबर
दी
है।
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दोबारा संक्रमित होने की आशंका नहीं
पीएम मोदी करीब तीन घंटे तक अयोध्या में रहेंगे और इस दौरान पूरा अयोध्या किसी छावनी में रहेगा। अथॉरिटीज को इस बात का पूरा भरोसा है कि कोरोना से ठीक हो चुके जवान पीएम मोदी को बेहतर तौर से सुरक्षित करेंगे। उनका मानना है कि ये 150 जवान पीएम मोदी की कोविड-19 से सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन जवानों ने एंटीबॉडीज डेवलप कर ली हैं और ऐसे में इस बात की आशंका न के बराबर है कि वो संक्रमण की चपेट में आएंगे या उनकी वजह से महामारी फैलेगी, कम से कम अगले कुछ माह तक तो ऐसा नहीं होने वाला है। यूपी के डीआईजी दीपक कुमार ने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया है कि यह प्रोटोकॉल के पीएम की सुरक्षा में स्वस्थ जवानों को ही तैनात किया जाए। ऐसे में इस समय कोविड-19 वॉरियर से ज्यादा स्वस्थ और कोई नहीं हो सकता है। कोरोना से ठीक हो चुके जवान पीएम के सुरक्षा घेरे का पहला स्तर तैयार करेंगे।
ताकि पीएम मोदी को न हो संक्रमण
अयोध्या में कोरोना की वजह से 16 लोगों की मौत हो चुकी है और यहां पर 604 लोग संक्रमित हैं। इसके अलावा इन जवानों को उन जगहों पर भी तैनात किया जाएगा जहां पर पीएम मोदी आज जाएंगे। ये जवान सुनिश्चित करेंगे कि पीएम मोदी के दायरे में रहने वाले किसी भी सुरक्षाकर्मी पर संक्रमण का कोई खतरा न हो। कुमार ने बताया कि उन्होंने यूपी के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी को 29 जुलाई को चिट्ठी लिखी थी और इस चिट्ठी में उनसे खास अनुरोध किया गया था कि 150 उन जवानों को भेजा जाए जो महामारी के संपर्क में आ चुके हैं और 25 जुलाई तक ठीक हो गए हैं। उनके इस अनुरोध पर तुरंत हामी भर दी गई। उन्होंने अखबार को बताया है कि एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) ने भी तुरंत ही उनकी लिस्ट को मंजूरी दे दी थी।
ज्यादातर जवान लखनऊ से
ज्यादातर जवान लखनऊ से हैं और कुछ बरेली जैसे जिलों से भी आए हैं। डीआईजी दीपक कुमार के मुताबिक 150 जवान सुरक्षा के लिए काफी नहीं होंगे। 400 अतिरिक्त जवानों को भी तैनात किया जाएगा। ये 400 जवान वो सुरक्षाकर्मी हैं जिनका 48 घंटे पहले कोविड-19 टेस्ट निगेटिव आ चुका है। इन सभी जवानों को आइसोलेट किया गया था। डीआईजी के मुताबिक पुलिस कर्मी जिन पर पीएम मोदी की नजर जाए वह या तो कोविड-19 वॉरियर हो या फिर पिछले 48 घंटों में उसका टेस्ट किया जा चुका है। उन्होंने बताया है कि इन 400 जवानों को या तो उनके घरों में या फिर राम जन्मभूमि स्थल पर बने क्वारंटाइन सेंटर में आइसोलेट किया गया था।
लोगों से घरों में रहने की अपील
300 जवानों को रिजर्व ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन (RT-PCR) टेस्ट के लिए प्रशासित किया गया है। बाकी का रैपिड एंटी-जेन टेस्ट किया गया है। संक्रमण के खतरे से बचने के लिए अथॉरिटीज ने सख्त प्रोटोकॉल तय किया है। हर मेहमान की टेस्टिंग करने के अलावा, सभी को मास्क पहनने के लिए कहना और बॉर्डर को पूरी तरह से सील करना शामिल है ताकि दूसरे जिलों से लोग स्थल पर न पहुंच सकें। सरकार ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि वह अपने घरों में रहे और टीवी पर सारा कार्यक्रम देखें। जिला प्रशासन के मुताबिक वीआईपी के आठ फीट के दायरे में आने वाले हर व्यक्ति का टेस्ट किया जाएगा। पीएम मोदी चांदी की एक ईंट मंदिर के नींव के तौर पर रखकर इसके निर्माण कार्य का रास्ता खोल देंगे।