बंदरों के एक गुट ने किया पानी पर कब्जा, दूसरे गुट के 15 बंदर मरे
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के देवास में पानी की कमी और लू की वजह से 15 बंदरों की मौत हो गई है। बागली के जोशी बाबा फोरेस्ट रेंज में बंदरों की मौत हुई है। जानकारी के मुताबिक, बंदरों के एक ग्रुप ने वहां पानी पर कब्जा जमा लिया और दूसरे बंदरों को पानी नहीं पीने दिया गया। इससे तेज गर्मी के चलते इन बंदरों की मौत हो गई।
पानी पर किया बंदरों के एक समूह ने कब्जा
जिला वन अधिकारी, पीएन मिश्रा ने ने कहा कि पास के पानी के स्रोत को बंदरों के एक अन्य समूह ने अपने कब्जे में ले लिया जिसने इस समूह को बंदर के पानी तक नहीं पहुंचने दिया, जिससे प्यार के चलते उनकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि जंगली जानवरों के लिए पानी की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है और मृत बंदरों के विसरा को जांच के लिए प्रयोगशाला भी भेजा गया है।
वन विभाग कर्मचारियों को संक्रमण फैलने का भी खतरा
वन अधिकारियों ने कुछ बंदरों के शव को जलाने देने की भी बात कही है। अधिकारियों का कहना है कि कुछ बंदरों की मौत इंफेक्शन से होने की आशंका के चलते जल्दी से बंदरों के शवों को जलाया गया। जिला वन अधिकारी, पीएन मिश्रा ने कहा कि शव सड़ रहे थे। सावधानी के तहत हमने कुछ शव जलाए हैं।
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स्थानीय लोगों का दावा, मर चुके सैकड़ों बंदर
जोशी बाबा फॉरेस्ट रेंज के आसपास के गांव के लोगों का कहना है कि धूप और गर्मी से 100 से अधिक बंदरों की मौत हो चुकी है। वन विभाग 15 बंदरों की मौत की बात कह सच छुपा रहा है। पास के गांव के लोगों का कहना है कि जंगल मेंबड़ी संख्या में बंदरों के शव पड़े थे। जब आसपास के लोगों ने इस पर सवाल किया तो इन्हें जला दिया गया या दबा दिया गया। गांव के लोगों का कहना है कि जंगल में न तो कुछ खाने को है, न ही पीने का पानी। तापमान भी 44-45 पर है, ऐसे में जानवर कैसे जिंदा रह पाएंगे।