आगरा एयरफोर्स स्टेशन में अजगर ने की घुसपैठ
आगरा।
उत्तर
प्रदेश
का
आगरा
एयरफोर्स
स्टेशन,
जहां
पर
सुरक्षा
का
इंतजाम
इतना
सख्त
है
कि
फोटो
खींचने
पर
भी
जेल
हो
सकती
है,
वहां
14
फीट
के
एक
अजगर
ने
घुसपैठ
कर
डाली।
पिछले
दिनों
एयरफोर्स
स्टेशन
में
दाखिल
हुआ
यह
अजगर
सुरक्षा
के
लिए
बड़ी
चुनौती
बन
गया।
एनजीओ वाइल्ड लाइफ एसओएस की ओर से इस अजगर को पकड़ा गया और फिर इसे आगरा में ही एक फैसिलिटी सेंटर में भेज दिया गया।
अजगर ने रोका एयरफोर्स स्टेशन का काम
आगरा एयरफोर्स स्टेशन भारतीय सेनाओं के लिए एक बड़ी रणनीतिक अहमियत रखता है। पिछले दिनों यहां 10 फीट से ज्यादा ऊंची दिवार पर एक अजगर देखा गया। किसी को भी नहीं मालूम कि यह अजगर वहां पर कैसे पहुंच गया। अजगर दिवार पर लगे तेज कंटीले तारों के बीच फंस गया था।
स्टेशन अथॉरिटीज की ओर से एनजीओ को फोन किया गया। इसके अलावा आगरा के डीएम पंकज कुमार ने भी इस मामले में तुरंत कार्रवाई की।
आगर एयरफोर्स स्टेशन से जुड़े सूत्रों की ओर से वनइंडिया को जो जानकारी दी गई है उसके मुताबिक इस अजगर की वजह से कोई बड़ी मुसीबत नहीं आईं। इसकी वजह से कुछ देर तक कामकाज को रोकना पड़ा था।
जरूरी है अजगर की जान बचाना
एनजीओ की ओर से वनइंडिया को भेजे ई-मेल में बताया गया है कि इस अजगर को कंटीलें तारों से सुरक्षित निकालने के लिए कई घंटों तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। अगर थोड़ी सी भी देर होती तो फिर यह अजगर मर सकता था।
वाइल्ड लाइफ एसओएस के साथ बतौर वरिष्ट वेटनेरियन जुड़े डॉक्टर इलियाराजा ने इस बारे में बताया कि अजगर को कुछ चोटें आई हैं और इस समय इसका इलाज एनजीओ के अस्पताल में चल रहा है।
जैसे ही यह पूरी तरह से ठीक हो जाएगा, इसे जंगलों में छोड़ दिया जाएगा। वहीं एनजीओ के फाउंडर कार्तिक सत्यनारायण की ओर से कहा गया है कि अजगर के साइज को देखते ही कई लोग डर जाते हैं।
उन्होंने कहा कि अगर किसी को भी ऐसी हालत में कोई अजगर नजर आए तो वह उसे बचाने की कोशिश करें। उन्होंने बताया कि अजगर की रक्षा भी बाघों की तर्ज पर वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 के तहत ही की जानी चाहिए।