वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी, मई तक भारत में होंगे Coronavirus के 13 लाख मरीज!
नई दिल्ली। भारत में जिस तरह से कोरोना वायरस के केसेज में इजाफा हो रहा है, उसके बाद वैज्ञानिकों की तरफ से एक डराने वाली प्रतिक्रिया आई है। वैज्ञानिकों ने आगाह किया है कि अगर यही ट्रेंड जारी रहा तो फिर भारत मे मई माह के मध्य में कोरोना वायरस के 13 लाख केस तक हो सकते हैं। आपको बता दें कि अभी तक भारत में कोरोना के 606 केसेज सामने आए हैं और अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है।
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टेस्टिंग को बढ़ाने की बात
COV-IND-19 स्टडी ग्रुप की तरफ से हुए एक अध्ययन में डराने वाली बात कही गई है। इस स्टडी के मुताबिक, 'अगर दूसरे देशों से तुलना की जाए तो भारत ने अभी तक कोरोना के केसेज को नियंत्रित रखने में काफी अच्छा काम किया है। लेकिन देश अभ्भी तक इस अनुमान में एक अहम बात को नजरअंददाज कर रहा है, वास्तविक तौर पर प्रभावित केसेज की संख्या।' स्टडी में कहा गया है कि यह टेस्टिंग, टेस्ट नतीजों की शुद्धता, टेस्टिंग की फ्रिक्वेंसी और किस स्तर पर लोग टेस्ट किए जा रहे हैं, इन सब पर निर्भर करता है। स्टडी में कहा गया है कि जिन लोगों में अभी तक लक्षण नजर नहीं आए हैं मगर वह संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ चुके हैं, उनकी टेस्टिंग भी प्रभावी कारक है।
बड़े स्तर पर टेस्टिंग की सख्त जरूरत
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में अभी तक जिन लोगों को टेस्ट किया गया है, उनकी संख्या बहुत कम है। जब तक बड़े स्तर पर टेस्टिंग नहीं होगी तब तक कम्युनिटी ट्रांसमिशन की तीव्रता को तय कर पाना असंभव है। ऐसे में स्टडी में जो भी अनुमान लगाए गए हैं, वे सभी शुरुआती आंकड़ों पर आधारित हैं। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में लॉकडाउन का ऐलान किया था जो कि तीन हफ्तों तक चलेगा। देश के कई राज्यों में कर्फ्यू भी लगा दिया गया है। लॉकडाउन में विदेशी नागरिकों समेत भारतीय नागरिकों की गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस लॉकडाउन के दौरान जरूरी सेवाओं की आपूर्ति होती रहेगी।
21 दिनों तक बंद हुआ देश!
देश में सभी प्राइवेट बिजनेस जैसे होटल आदि बंद है। कई लोग अपने-अपने घरों से काम कर रहे है। अथॉरिटीज की तरफ से सिर्फ कुछ लोगों को लॉकडाउन के दौरान निकलने की छूट दी गई है। पिछले दिनों विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की तरफ से भी देश के लोगों को एक प्रकार से लॉकडाउन के लिए सजग होने की सलाह दी गई है। डब्लूएचओ के प्रमुख टेडरॉस एडहानोम घेब्रेसियस ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी तेजी से बढ़ रही है। इस महामारी के केसेज को दो लाख से तीन लाख तक होने में बस चार दिन का समय लगा था।
सिर्फ चार दिन में ही 2 से 3 लाख हुए केस
टेडरॉस ने कहा था कि 'कोरोना वायरस के एक लाख केस होने में 67 दिन लगे थे। फिर सिर्फ 11 दिन के अंदर केस एक लाख से दो लाख तक पहुंच गए थे। इसके बाद सिर्फ चार दिन में ही केस दो लाख से तीन लाख पर पहुंच गए थे।' उन्होंने कहा कि सिर्फ लोग ही इस महामारी की रेखा को बदल सकते हैं यानी सिर्फ जनता ही तय कर पाएगी कि यह महामारी किस दिशा में जाएगी। सगंठन ने बताया है कि अब तक 300,000 से ज्यादा केसेज रिपोर्ट हुए हैं। यूरोप-अफ्रीका से लेकर धरती पर मौजूद हर देश से उसके पास केस आ रहे हैं।