सुप्रीम कोर्ट के 23 में से केवल 12 जजों ने दिया अपनी संपत्तियों का ब्यौरा
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के जजों की संपत्ति सार्वजनिक करने के फैसले वाले प्रस्ताव के पारित होने के लगभग 9 वर्ष बाद भी देश की सर्वोच्च अदालत के 23 में से आधे जजों ने अपनी संपत्ति की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। सुप्रीम कोर्ट के 23 जजों में से केवल 12 जजों ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया है। ये जानकारी सुप्रीम कोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में 31 जजों की स्वीकृत संख्या में अभी 23 जज ही हैं। अभी 11 जजों को अपनी संपत्तियों का ब्यौरा देना है। आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, शीर्ष दो जजों के पास अपनी कार भी नहीं है।
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12 जजों ने दिया संपत्ति का ब्यौरा
सुप्रीम कोर्ट के जजों आर एफ नरीमन, ए एम सपरे, यू यू ललित, डी वाई चंद्रचुड़, एल नागेश्वर राव, संजय किशन कौल, मोहन एम शांतनगौदर, एस अब्दुल नज़ीर, नवीन सिन्हा, दीपक गुप्ता और इंदु मल्होत्रा ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया है। जज नरिमन, ललित, राव और मल्होत्रा सीधे बार से नियुक्त किए गए थे।
11 और जजों को देनी है अपनी संपत्ति की जानकारी
जज इंदु मल्होत्रा ने अप्रैल में अपना पदभार संभाला जबकि पांच अन्य जजों जस्टिस कौल, शांतिनगौदर, नाज़ीर, सिन्हा और गुप्ता की नियुक्ति डेढ़ साल पहले हुई थी। जस्टिस चंद्रचुड़ और राव दो साल पहले नियुक्त किए गए थे। जस्टिस नरीमन, सपरे और यू यू ललित चार साल पहले सुप्रीम कोर्ट में बतौर जज नियुक्त किए गए थे।
सीजेआई सहित कोलेजियम के जजों ने दिया संपत्ति का ब्यौरा
जिन जजों ने अपनी संपत्तियों का ब्यौरा दिया हैं उनमें चीफ जस्टिस दीपक मिसरा के अलावा कोलेजियम के अन्य 4 जज भी शामिल हैं। इसके अलावा अन्य 7 जजों ने भी अपनी संपत्तियों का ब्यौरा दिया है। वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, सीजेआई के बाद सबसे वरिष्ठ जज, जस्टिस रंजन गोगोई ने 6 जून को अपनी संपत्ति का ब्यौरा अपडेट किया है। जस्टिस रंजन गोगोई ने इसमें गुवाहाटी में 65 लाख रुपये में बेची गई जमीन, टैक्स और इसके अलावा उनकी मां द्वारा उनके नाम पैतृक भूमि के स्थानांतरण की जानकारी भी अपडेट की है।
दो जजों के पास कार नहीं
वेबसाइट के मुताबिक, जिन जजों ने अपनी संपत्ति घोषित की है, उनमें से कुछ के पास जमीन भी है, जबकि दो जजों के पास कार नहीं है। जस्टिस मदन बी लोकुर के पास मारुति स्विफ्ट है, जस्टिस कुरियन जोसेफ के पास सेंकंड हैंड मारुति एस्टीम और जस्टिस ए के सीकरी के पार एक होंडा सिविक है। वहीं सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर 44 पूर्व जजों की संपत्तियों के रिकॉर्ड भी मौजूद हैं।
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