तमिलनाडु में लेनिन की 12 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण, CPI-M ने बीजेपी पर कसा तंज
चेन्नई। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी- मार्क्सवादी (CPI-M) ने मंगलवार को तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में रूसी क्रांतिकारी और राजनीतिज्ञ व्लादिमीर लेनिन की 12 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की है। प्रतिमा का अनावरण सीपीआई-एम के महासचिव सीताराम येचुरी ने किया। लेनिन की 95वीं पुण्यतिथि के मौके पर तिरुनेलवेली में CPI (M) के मुख्यालय के सामने मूर्ति स्थापित की गई। इस दौरान सीताराम येचुरी के अलावा, यू वासुकी, सीपीआई (एम) की केंद्रीय समिति के सदस्य और आर करुमलैयन, सीपीआई (एम) की राज्य समिति के सदस्य भी अनावरण समारोह में उपस्थित थे।
बीजेपी पर कसा तंज
आर करुमलैयन ने प्रोग्राम में बोलते हुए कहा कि लेनिन के समाजवादी आंदोलन ने वंशवाद और सामाजिक अत्याचारों के खिलाफ लड़ने की ताकत व दिशा दी थी। यू वासुकी ने कहा कि लेनिन तिरुनेलवेली के सभी श्रमिक वर्ग के लोगों के मित्र थे। बीजेपी पर तंज कसते हुए वासुकी ने कहा कि लोगों के दिमाग में बैठी लेनिन की मुर्तियों को नष्ट करके उन्हें नहीं हटाया जा सकता है।
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पिछले साल गिराई थी लेनिन की प्रतिमा
पिछले साल मार्च 2018 में त्रिपुरा में भाजपा-पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) गठबंधन सत्ता में आई और उत्तर पूर्वी राज्य में वाम दलों के 25 साल के शासन को खत्म कर दिया। त्रिपुरा में बीजेपी की सत्ता आने के बाद व्लादिमीर इलीइच उल्यानोव, जिन्हें लेनिन के नाम से भी जाना जाता है, बीजेपी समर्थकों ने 'भारत माता की जय' के जयकारों के बीच बुलडोजर चला कर कम्युनिस्ट आइकन लेनिन की प्रतिमा को गिरा दिया था।
मोदी ने जताई थी नाराजगी
हालांकि, इस घटना के बाद बीजेपी की कड़ी आलोचना हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हस्तक्षेप करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात कर राज्य सरकारों को इस तरह की घटनाओं को नहीं दोहराया के लिए कहा था। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में घटनाओं का संज्ञान लेते हुए एक बयान जारी किया था। बयान में लिखा गया है, 'देश के कुछ हिस्सों से मूर्तियों के टूटने की घटनाएं सामने आई हैं। जिसके लिए गृह मंत्रालय ने बर्बरता की ऐसी घटनाओं पर गंभीरता से ध्यान दिया है। पीएम ने इस संबंध में गृह मंत्री से भी बात की और ऐसी घटनाओं पर अपनी कड़ी नाराजगी व्यक्त की है।'