तेलंगाना में कांग्रेस को बड़ा झटका, 12 विधायक शामिल होंगे TRS में
हैदराबाद। तेलंगाना में कांग्रेस को उस समय बड़ा झटका लगा जब पार्टी के निर्वाचित 12 विधायकों के एक समूह ने स्पीकर से मुलाकात कर अपना विलय टीआरएस में करने का आग्रह किया। इस संबंध में इन विधायकों ने तेलंगाना विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की और विधायक दल का प्रतिनिधित्व पोखराम श्रीनिवास रेड्डी ने उनका सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति में विलय करने का आग्रह किया। पार्टी के कुल 18 विधायकों में से 12 विधायक जल्द ही मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी टीआरएस में विलय की घोषणा कर सकते हैं।
विधायकों के पार्टी छोड़ने की घोषणा के बाद तेलंगाना कांग्रेस के प्रमुख एन उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि, कांग्रेस इसे लोकतांत्रिक तरीके से लड़ेगी, हम सुबह से स्पीकर की तलाश कर रहे हैं, वह गायब है। आप लोग उसे ढूंढने में हमारी मदद करें। इसी बीच ऐसी खबरें भी सामने आ रही है कि, तंदूर विधायक रोहित रेड्डी के सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति में शामिल होने की संभावना है। सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस विधायक जल्द ही पार्टी से इस्तीफा दे देंगे और सत्ताधारी दल में शामिल होने के लिए टीआरएस के प्रमुख, तेलंगाना के मुख्यमंत्री से मिलेंगे।
तेलंगाना विधानसभा चुनाव में टीआरएस ने 119 में से 88 सीटें जीतकर अपनी बहुमत से सरकार बनाई है। इस चुनाव में कांग्रेस मात्र 19 सीटें ही जीत सकी थी। चुनाव के बाद से ही राज्य में कांग्रेस की स्थिति खराब दिख रही है। अब तक कई विधायक कांग्रेस के राज्य नेतृत्व से नाराज होकर टीआरएस में शामिल हो चुके हैं। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में टीआरएस ने 17 में से 9 सीटें जीती हैं। वहीं कांग्रेस एक, बीजेपी चार और एआईएमआईएम एक सीट जीतने में कामयाब रही।
कांग्रेस के दो तिहाई विधायकों के पाला बदलने के चलते उनकी सदस्यता नहीं जाएगी क्योंकि दो तिहाई सदस्यों के पाला बदल करने की स्थिति में दलबदल विरोधी कानून लागू नहीं होता है। अगर इन विधायकों का आग्रह विधानसभा अध्यक्ष स्वीकार करते हैं तो विधानसभा में कांग्रेस की संख्या सिर्फ 6 रह जाएगी। ऐसे में उससे विपक्ष का भी दर्ज छिन जाएगा।
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