कोरोना के खतरे को देखते हुए तिहाड़ जेल के 1100 कैदियों को इमरजेंसी पैरोल पर रिहा किया गया
नई दिल्ली। तिहाड़ जेल में बंद कैदियों को इमरजेंसी पैरोल दिए जाने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। जो दोषी 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं उनके साथ अधिक नरमी बरती जा रही है। तिहाड़ जेल प्रशासन का कहना है कि महामारी के चलते जिन कैदियों की उम्र 60 वर्ष से अधिक है उन्हें अन्य कैदियों की तुलना में पैरोल देने में अधिक छूट दी जा रही है। अभी तक कुल 1100 दोषियों को आपातकालीन पैरोल दी गई है, जिसमे से 30 कैदियों की उम्र 60 वर्ष से अधिक है।
बता दें कि शनिवार को दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित 591 नए मामले सामने आए हैं। दिल्ली में कोरोना संक्रमित लोगों की कुल संख्या 12910 हो गई है, जबकि अबतक कुल 231 लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए कैदियों को इमरजेंसी पैरोल पर छोड़ा जा रहा है। तिहाड़ जेल प्रशासन ने बताया कि जिन दोषियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में विशेष अवकास याचिका या उनकी सजा के खिलाफ अपील की गई है उन्हे पैरोल नहीं दी जाएगी।
तिहाड़ जेल के अधिकारी का कहना है कि जिन लोगों को आपातकालीन पैरोल पर छोड़ा गया है उनकी उम्रर 30 से 60 वर्ष के बीच है। बता दें कि जेल में कैदियों को कोरोना से बचाने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। यहां कैदियों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है, भीड़ को कम करने के लिए कैदियों को जमानत और पैरोल पर रिहा किया जा रहा है, नियमित मेडिकल जांच हो रही है। परिवार के लोगों को जेल में कैदियों से मिलने नहीं दिया जा रहा है, फिलहाल इसे स्थगित कर दिया गया है।
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