नागालैंड: बीजेपी-कांग्रेस समेत 11 दल नहीं लड़ेंगे विधानसभा चुनाव, बहिष्कार का फैसला
इसी बीच 'नागालैंड ट्राइबल होहोज एंड सिविल आर्गनाइजेशंस' की कोर कमिटी के संयोजक ने कहा कि पार्टियों ने 27 फरवरी को राज्य में होने वाले चुनाव में खड़े नहीं होने की हमारी मांग पर सहमति जताई है।
नई दिल्ली। नागालैंड में बीजेपी, कांग्रेस समेत 11 सियासी दलों ने विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है। सोमवार को राज्य की राजधानी कोहिमा में सभी राजनीतिक दलों की बैठक हुई। इस बैठक में सभी दलों ने अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों के बहिष्कार का फैसला किया। राजनीतिक दलों ने विधानसभा चुनाव से पहले नागा समस्या के समाधान की मांग की है।
11 सियासी दलों के नेताओं ने लेटर पर हस्ताक्षर किए हैं
इस संबंध में 11 सियासी दलों के नेताओं ने लेटर पर हस्ताक्षर किए हैं। इस लेटर में लिखा है कि नागाओं को चुनाव नही समाधान चाहिए। इस लेटर में यह भी मांग की गई है कि सभी दल नागालैंड के भले के लिए आगे आएं और नागा समस्या का समाधान तलाश करें। नागालैंड में 27 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं।
'हम नागा समस्या का समाधान चाहते हैं'
इसी बीच 'नागालैंड ट्राइबल होहोज एंड सिविल आर्गनाइजेशंस' की कोर कमिटी के संयोजक ने कहा कि पार्टियों ने 27 फरवरी को राज्य में होने वाले चुनाव में खड़े नहीं होने की हमारी मांग पर सहमति जताई है। हम नागा समस्या का समाधान चाहते हैं। दलों के दस्तखत वाले संयुक्त घोषणापत्र में कहा गया है, 'नगा लोगों की सर्वसम्मत राय है कि राजनीतिक समाधान या नगा शांति समझौता, चुनाव से ज्यादा महत्वपूर्ण है और इस वजह से अमन चैन के लिए नागालैंड के विधानसभा चुनाव को टालना जरूरी है।'
27 तारीख को विधानसभा चुनाव होने है
इन दलों में - नागा पीपुल्स फ्रंट, कांग्रेस, भाजपा, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक पीपुल्स पार्टी, नगालैंड कांग्रेस, यूनाइटेड नगालैंड डेमोक्रेटिक पार्टी , आम आदमी पार्टी, नेशनल कांग्रेस पार्टी, लोक जन पार्टी, जनता दल (यू) और नेशनल पीपुल्स पार्टी शामिल है। बता दें कि नागालैंड में अगले महीने की 27 तारीख को विधानसभा चुनाव होने है। 27 फरवरी को नगालैंड के साथ ही मेघालय में भी चुनाव होना है।
दिल्ली में सीलिंग: अरविंद केजरीवाल के घर पहुंचे भाजपा नेता, हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा