Coronavirus के 11 मरीजों को बिल्कुल ठीक कर चुकी हैं ये लेडी डॉक्टर
नई दिल्ली। चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस दुनिया भर में तबाही मचा रहा है। कोरोना से अब तक 392,399 लोग दुनियाभर में संक्रमित हो चुके हैं जबकि अब तक 17,197 लोगों की मौत हो चुकी है। दुनिया में सबसे ज्यादा इटली प्रभावित है। यहां 63927 लोग इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हो चुके हैं वही 6,077 लोग लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना भारत में अपने पैरा जामाता जा रहा है। यहां अबतक 530 से ज्यादा मरीज संक्रमित पाए गए हैं और करीब 11 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि भारत ने कोरोना के खिलाफ जंग छेड़ दिया है और इस समय वो इस लड़ाई में बेहद अहम मोड़ पर है। भारत में सबसे पहले कोरोना संक्रमण इटली से आए पर्यटकों में मिला था जो राजस्थान की सैर कर रहे थे। इनमें से 14 मरीजों को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां डॉक्टर सुशीला कटारिया के नेतृत्व में एक टीम उनका इलाज कर रही थी। अब इन्हें लेकर एक अच्छी खबर आई है। विस्तार से जानिए
14 में से 11 मरीज ठीक, दो सप्ताह से घर नहीं गईं डॉक्टर सुशीला
डॉक्टर सुशीला कटारिया की टीम 11 संक्रमितों को ठीक कर चुकी है और उन्होंने कई सबक हासिल किए हैं। इस वायरस के खिलाफ लड़ाई में फ्रंट लाइन पर खड़ी डॉक्टर सुशीला कटारिया बीते दो सप्ताह से अपने परिवार से ठीक से नहीं मिल सकी हैं। उनका अधिकतर समय अस्पताल में ही बीतता है। घर पर वो ना ही अपने बच्चों से मिलती हैं और न ही उनके साथ खाना खाती हैं और न ही किसी तरह का कोई स्पेस उनसे शेयर करती हैं। एक तरह से उन्होंने अपने आपको परिवार से अलग थलग कर लिया है।
शेयर किए अपने अनुभव
मीडिया से बातचीत के दौरान डॉक्टर कटारिया ने बताया कि, "मैं तो बस प्रतीक बन गई हूं। मेरे जैसे बहुत से डॉक्टर हैं जो हिन्दुस्तान में और दुनिया के कई देशों में इस वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।" वो बताती हैं, "मेरे पास ये मरीज चार तारीख को आए थे। करीब बीस दिनों से ये हमारे साथ हैं। हम सीख रहे हैं नए तज़ुर्बे हासिल कर रहे हैं। ये नया चैलेंज है। हमें इससे जूझ रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि महामारी पूरे देश में बाकी दुनिया की तरह नहीं फैलेगी।"
ये है कोरोना वायरस से लड़ाई का सबसे कारगर तरीका
डॉक्टर कटारिया कहती है कि डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी तो इस लड़ाई में लड़ ही रहे हैं लेकिन सबसे बड़ी लड़ाई लोगों को अपने घरों में लड़नी है। वो कहती हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग और आइसोलेशन ही इस वायरस से लड़ाई में सब से कारगर हैं। डॉक्टर कटारिया कहती हैं, "अगले 15 दिन ये तय करेंगे कि हम इस वायरस के खिलाफ लड़ाई में हार जाएंगे या जीत जाएंगे। हमें अपने आप को पूरी तरह अपने घर तक सीमित करना होगा। इस महामारी का भारत में क्या स्वरूप होगा अब ये भारत के लोगों का व्यवहार ही तय करेगा।"