किसानों की हड़ताल को कृषि मंत्री ने बताया मीडिया में आने की कोशिश, खट्टर बोले- ये सब खामखां का हंगामा
नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने देशभर में चल रही किसानों की हड़ताल को बेमतलब बताया है। सिंह ने कहा, 'मीडिया में आने के लिए अनोखे काम करने पड़ते हैं, देश में 12-14 करोड़ किसान है, ऐसे में किसी भी संगठन में कुछ हजार किसान स्वभाविक हैं। कुछ संगठन किसानों को लेकर ये जो कर रहे हैं, वो सब मीडिया में आने के लिए कर रहे हैं।' हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने हड़ताल को लेकर कहा कि इस हड़ताल का कोई विषय ही नहीं है और ना ही ये कोई मुद्दा है। ये तो एक खांमखां की बातें कर रहे, दूध सब्जी ना बेचकर अपना ही नुकसान करेंगे।
देशभर के किसान खेती-किसानी से जुड़ी मांगों को लेकर एक जून से 10 दिन की हड़ताल पर हैं। किसानों ने विरोध के लिए अपनी सब्जियां और दूध शहर में ना बेचने की बात कही है। मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान समेत कई प्रदेशों में किसान सड़कों पर सब्जियां और दूध फेंककर विरोध कर रहे हैं। किसान फसलों के वाजिब दाम, सही समय पर उनकी फसलों की खरीद और कर्जमाफी को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
Agriculture minister mocks farmers who are on strike, says they are protesting to gain media's attention #ITVideo
— India Today (@IndiaToday) June 2, 2018
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इंडियन फार्मर्स एसोसिएश के राष्ट्रीय प्रधान सतनाम सिंह ने बताया कि दस दिन तक किसान दूध, सब्जी और चारा शहर में नहीं बेचेंगे और ना ही बाजार से खरीदेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों से दुखी होकर किसान लगातार खुदकुशी कर रहे हैं और किसान इस ओर सरकार का ध्यान दिलाने के लिए विरोध कर रहे हैं।
10 दिन की हड़ताल पर किसान, सब्जी और दूध की हो सकती है किल्लत