वायु चक्रवात: तूफान से बचने के लिए 10 चीनी जहाजों ने ली भारत में शरण
नई दिल्ली। अरब सागर में हवा के कम दबाव की स्थिति गहराने के कारण उत्पन्न चक्रवात 'वायु' महाराष्ट्र से उत्तर में गुजरात की ओर बढ़ रहा है। इसी बीच चक्रवाती तूफान वायु के प्रभाव से बचने के लिए 10 चीनी पोतों ने भारत में शरण ली है। इन पोतों को महाराष्ट्र के रत्नागिरी बंदरगाह में शरण दी गई। मौसम विभाग का अनुमान है कि इस तूफान के चलते देश के पश्चिमी तटों पर तेज बारिश हो सकती है। चक्रवाती तूफान 12-13 जून को सौराष्ट्र तट पर दस्तक दे सकता है, इसकी रफ्तार 110-120 किलोमीटर प्रति घंटे से 135 किलोमीटर प्रति घंटे रह सकती है।
भारतीय तटरक्षक महानिरीक्षक के आर सुरेश ने बताया कि, चक्रवात 'वायु' से बचने के लिए मंगलवार को 10 चीनी पोत रत्नागिरी बंदरगाह (महाराष्ट्र में) में शरण ली है। मानवीय आधार पर, भारतीय तटरक्षक बल उन्हें सुरक्षा घेरा के तहत वहां रहने की अनुमति दी है। उधर चक्रवात 'वायु' से निपटने के लिये गुजरात प्रशासन हाई अलर्ट पर है, जिसके बृहस्पतिवार को वेरावल के पास तट पर पहुंचने की संभावना है।
गुजरात के मुख्य सचिव के मुताबिक वायु वेरावल के पास करीब बुधवार सुबह 6 से 7 बजे के बीच तटीय इलाकों में टकरा सकता है। इसे लेकर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने एक समीक्षा बैठक भी ली। एनडीआरएफ की टीम को सौराष्ट्र और गिर सोमनाथ भेज दिया गया है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मंगलवार को कहा कि तटीय इलाके में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जायेगा। मौसम संबंधी हालिया रिपोर्ट के अनुसार चक्रवात 'वायु' वेरावल तट के करीब 650 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है और अगले 12 घंटे में इसके तीव्र चक्रवाती तूफान में बदलने'' की आशंका है। तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। साथ ही बंदरगाहों को खतरे के संकेत और सूचना जारी करने को कहा गया है।
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