500-2000 रुपए के नए नोट को कांग्रेस ने बताया अबूझ पहेली
पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार के नए नोट की शुरुआत किए जाने पर उठाए सवाल, बोले यह ऐसे पहेली है जिसे सरकार खुद ही सुलझा सकती है।
नई दिल्ली। पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 और 1000 रुपए के नोट को प्रतिबंधित किए जाने के फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि अगर यह काले धन को रोकने के लिए है तो हम इसका समर्थन करते हैं।
बिना
बैंक
खाते
के
कैसे
बदलें
500-1000
रुपए
के
नोट
क्यों
शुरु
हो
रहा
है
2000
का
नया
नोट?
चिदंबरम
ने
कहा
कि
500
रुपए
के
नए
नोट
पुराने
नोट
को
बदलने
के
लिए
किया
गया,
लेकिन
2000
रुपए
के
नोट
को
क्यों
शुरु
किया
जा
रहा
है,
यह
एक
पहेली
है
जिसे
सरकार
खुद
समझाए
तो
बेहतर
होगा।
How is demonetisation of high value notes served if a new & higher value note is introduced?: @PChidambaram_IN
— INC India (@INCIndia) November 9, 2016
40 साल पहले के मोरारजी देसाई के फैसले को याद करते हुए चिदंबरम ने कहा कि उस वक्त भी 500 के नोट वापस लिए गए थे, लेकिन अब यह समझना होगा कि क्या 500 रुपए के नोट बड़े मूल्य के नोट हैं या नहीं।
अगर
आपका
नहीं
है
बैंक
अकाउंट
तो
ऐसे
बदलें
500
और
1000
के
नोट
पुराने
नोट
जल्दी
बदलने
चाहिए
पुराने
नोट
को
नए
नोट
को
जल्द
से
जल्द
बदलने
की
भी
चिंदबरम
ने
वकालत
करते
हुए
कहा
कि
पुराने
नोटों
को
नए
नोटों
से
बदलने
में
जितनी
तेजी
होगी
वह
गरीबों,
किसानों,
छात्रों,
महिलाओं
को
काफी
सहूलियत
होगी।
86
फीसदी
कीमत
है
पुराने
नोट
की
नए
नोट
के
आने
से
बाजार
में
आने
20
हजार
करोड़
रुपए
आएंगे,
ऐसे
में
आर्थिक
विकास
भी
इसके
बराबर
हो
यह
सुनिश्चित
किया
जाना
चाहिए।
चिदंबरम
ने
कहा
कि
500
और
1000
रुपए
के
जो
नोट
वापस
लिए
जाएंगे
वह
86
फीसदी
राशि
है,
ऐसे
में
यह
सब
वापस
लिए
जाएंगे
यह
बात
ध्यान
रखनी
चाहिए।
क्यों
बदले
जा
रहे
हैं
500
के
नोट
चिदंबरम
ने
500
रुपए
के
पुराने
नोट
को
नए
नोट
से
बदले
जाने
पर
भी
सवाल
उठाया
है,
उन्होंने
कहा
कि
अगर
पुराने
नोट
को
नए
नोट
से
बदला
जाएगा
तो
इससे
क्या
लाभ
होगा
यह
सोचने
वाली
बात
है।