आजम खान के उर्दू गेट को गिराने की तैयारी में यूपी सरकार
योगी सरकार द्वारा इस गेट को गैरकानूनी और मानदंडों का उल्लंघन बताया गया है। समाजवादी पार्टी के समय इस गेट को बनवाने के लिए 40 लाख रुपए का खर्चा किया गया था
रामपुर। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान द्वारा बनवाए गए उर्दू गेट को गिराने की तैयारी शुरू हो गई है। उर्दू गेट जिले में शहर किनारे मोहम्मद जौहर अली यूनिवर्सिटी रोड पर बना हुआ है। गेट को तत्कालीन समाजवादी पार्टी की सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री और कद्दावर नेता आज़म खान ने बनवाया था।
योगी सरकार द्वारा इस गेट को गैरकानूनी और मानदंडों का उल्लंघन बताया गया है। समाजवादी पार्टी के समय इस गेट को बनवाने के लिए 40 लाख रुपए का खर्चा किया गया था। यह गेट रामपुर जिले को उत्तराखंड़ से जोड़ने वाले रोड़ पर भारी वाहनों के लिए रुकावट पैदा करता है जिसके कारण इस साल की शुरुआत में जिला मजिस्ट्रेट द्वारा इसके निर्माण के जांच के आदेश दिए गए थे।
उर्दू गेट रामपुर जिले को उत्तराखंड और जौहर यूनिवर्सिटी से जोड़ने वाले रोड पर बना है जिसे मौलाना मौहम्मद अली यूनिवर्सिटी रोड नाम दिया गया है। इस गेट से भारी वाहन गुजरना नामुमकिन है। डी एम शिव सहाय अवस्थी द्वारा इसके निर्माण को लेकर जांच के बाद रिपोर्ट हाई कमान को भेजने की विभाग में चर्चा है। आजम खान के राजनैतिक प्रतिद्वंदी पूर्व विधायक नवाब काजिम अली खान, बीजेपी नेता आकाश कुमार सक्सेना और कांग्रेसी नेता फैसल लाला उर्दू गेट के खिलाफ कई शिकायत यूपी सरकार में चुके हैं।
आज़म खान के धुर विरोधी कोंग्रेसी नेता फैसल लाला की माने तो आज़म खान ने अपनी सरकार में इसे 8 फुट नीचा बनवाया ताकि जौहर यूनिवर्सिटी की ओर भारी वाहन ना जा सकें। साथ ही कहा कि आज़म खान को मालूम था कि अगर सरकार नहीं आती तो इस गेट को तोड़ा जा सकता है इसलिये इसे धार्मिक रंग देने के लिये इसका नाम उर्दू गेट रखा गया ।
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