दार्जिलिंग मुठभेड़: शहीद सब इ्ंस्पेक्टर की पत्नी और पिता को सरकारी नौकरी, ममता बनर्जी ने की घोषणा
आपको बता दें कि दार्जिलिंग में हालात फिर बिगड़ते हुए लग रहे हैं। पुलिस और गोरखा जन मुक्ति मोर्चा के एक गुट के बीच हुई झड़प में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर की जान चली गई थी जबकि चार पुलिस वाले ज़ख्मी हो गए थे।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोरखा जन मुक्ति मोर्चा के साथ झड़प में मारे गए सब इंस्पेक्टर अमिताभ मलिक के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। साथ ही शहीद हुए सब इंस्पेक्टर के पिता और पत्नी को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। सीएम ममता बनर्जी ने अमिताभ मलिक के परिजनों से फोन पर भी बात की साथ ही भरोसा दिलाया कि सब इंस्पेक्टर को मारने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
सब इंसपेक्टर शहीद
आपको बता दें कि दार्जिलिंग में हालात फिर बिगड़ते हुए लग रहे हैं। पुलिस और गोरखा जन मुक्ति मोर्चा के एक गुट के बीच हुई झड़प में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर की जान चली गई थी जबकि चार पुलिस वाले ज़ख्मी हो गए थे। जिस गुट के साथ पुलिस की झड़प हुई वो विमल गुरुंग गुट का था। पुलिस को पता लगा था कि गुरुंग गुट के कुछ लोग हथियार जमा कर रहे हैं जिसके बाद पुलिस ने छापा मारा था।
छह महीने पहले हुई थी शादी
छापा मारने के दौरान पुलिस और मोर्चा के गुट के बीच फायरिंग शुरू हो गई। जिसमें अमिताभ मलिक नाम का एक सब इंस्पेक्टर शहीद हो गए जबकि चार अन्य पुलिस वाले घायल हो गए।अमिताभ मलिक की छह महीने पहले ही शादी हुई थी वह उत्तरी 24 परगना के रहने वाले थे।
पुलिस को मिले हथियार
मुठभेड़ के बाद पुलिस को टाउन से लगे इस इलाके में कई हथियार मिले, इसमें छह एके 47 बंदूकें शामिल हैं। आरोप लग रहे हैं कि मोर्चा के गुरुंग गुट के संबंध माओवादियों और उत्तर-पूर्व में सक्रिय आतंकवादियों से हैं। जिस जगह मुठभेड़ हुई, वो जगह दार्जिलिंग से 20 किलोमीटर दूर है, ये एक जंगल का इलाका है। मोर्चा प्रमुख बिमल गुरुंग फरार हैं। पुलिस को उसकी तलाश है।
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