तीन साल बाद किसी काम के नहीं रहेगे डेबिट और क्रेडिट कार्ड: सीईओ नीति आयोग
नई दिल्ली। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा है कि आने वाले तीन से चार साल में लेनदेन के तरीके में बहुत बदलाव आ जाएगा और इस वक्त इस्तेमाल किए जा रहे क्रेडिट कार्ड और एटीएम कार्ड बेकार हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि इसकी वजह वित्तीय लेनदेन के लिए मोबाइल फोन के इस्तेमाल का बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि तेजी से देश के लोग मोबाइल लेन-देन की तरफ बढ़ रहे हैं। शनिवार को एमिटी यूनिवर्सिटी के नोएडा कैंपस में कांत ने ये बातें कही। कांत को यहां डॉक्टेरेट की उपाधि दी गई।
कांत ने कहा कि भारत दुनिया का अकेला देश है जहां एक अरब बायॉमीट्रिक और इतने ही मोबाइल फोन और बैंक अकाउंट हैं, ये कई बदलाव लाएगा। उन्होंने कहा कि मोबाइल से वित्तीय लेनदेन का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर के देश आर्थिक हालात पर बहुत अच्छी स्थिति में नहीं है। वहीं भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है।
नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि भारत की 72 फीसदी आबादी 32 साल से कम की है जो कि 2040 तक और जवान होती जाएगी जबकि अमेरिका और यूरोप की आबादी बूढ़ी होती जाएगी। ऐसे में हमारे सामने एक मौका है कि हम तेज गति से बढ़कर दुनिया को अपनी ताकत का अहसास कराएं।
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