19 साल की बेटी ने किया मां का कत्ल, फिर दो दिन तक लाश के सामने प्रेमी संग बनाए शारीरिक संबंध
हैदराबाद। 19 साल की बेटी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पहले मां ही गला घोंटकर हत्या की। फिर दो दिनों तक लाश को साथ ही रहे। इस दौरान बेटी ने अपने प्रेमी के साथ शारीरिक संबंध भी बनाए। दिल दहला देने वाली यह घटना हैदराबाद के हयातनगर के द्वारका कालोनी की है। पुलिस ने लड़की और उसके दो दोस्तों को हिरासत में ले लिया है।
क्या है पूरा मामला
24 अक्टूबर को महिला रजिता के पति श्रीनिवास रेड्डी जब द्वारका कॉलोनी में अपने घर लौटे तो पाया कि मकान में ताला पड़ा है। उन्होंने पत्नी रजिता को फोन किया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ था। उन्होंने बेटी कीर्ति को फोन किया तो उसने कहा कि वह विशाखापटनम घूमने गई है। श्रीनिवास ने कहा कि रजिता गायब है और वह जल्द हैदराबाद वापस आ जाए। कीर्ति शनिवार को वापस आ गई और थाने पहुंचकर अपनी मां रजिता (38) की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। उसने अपने ट्रक ड्राइवर पिता पर शक जताते हुए कहा कि वह मां को परेशान करते थे। शराब के नशे में उसके साथ मारपीट भी करते थे।
पिता को हुआ बेटी पर शक
श्रीनिवास घर लौटे और कीर्ति से उसके विशाखापटनम टूर के बारे में पूछा, लेकिन वह सही जवाब नहीं दे पाई। कीर्ति के हाव-भाव और जवाबों से पिता श्रीनिवास को उसपर शक हुआ। इसी बीच जब कीर्ति के दोस्त बाल रेड्डी के पिता को पता चला कि रजिता गायब है तो वह श्रीनिवास से मिलने उनके घर आ गए। श्रीनिवास का शक तब और मजबूत हो गया जब बाल रेड्डी के पिता ने बताया कि रजिता के कहने पर मंगलवार से कीर्ति उनके घर पर ही रह रही थी। श्रीनिवास ने तुरंत हयातनगर पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कीर्ति को हिरासत में लिया और पूछताछ की। कड़ाई से पूछताछ में कीर्ति ने टूट गई और अपनी मां की हत्या की कबूल की।
कई लड़कों से अफेयर को लेकर मां ने लगाई थी डांट
कीर्ति ने पुलिस को बताया कि मां रजिता उसपर पाबंदी लगाती थी। 19 अक्टूबर को मां ने लड़कों से अफेयर को लेकर उसे डांटा था। गुस्से में उसने मां की हत्या की साजिश रच डाली और पड़ोसी शशि को साथ कर लिया। 19 अक्टूबर की रात में ही रजिता अपने कमरे में सो रही थी। कीर्ति ने शशि की मदद से रजिता का गला उसी की साड़ी से घोंट दिया। 22 अक्टूबर तक दोनों उसी घर में रहे और कई बार शारीरिक संबंध भी बनाए।
लाश को रेलवे ट्रैक पर फेंका
घर में शव से दुर्गंध आने लगी तो कीर्ति ने लाश को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। उसे शशि की कार में रखकर थुम्मलागुड़ा ले गए और वहां रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। इसके बाद कीर्ति ने रजिता बनकर बाल रेड्डी के पिता को फोन किया और कहा कि वह (रजिता) और श्रीनिवास रेड्डी यदाद्री के अस्पताल में हैं, इसलिए उनके वापस आने तक बेटी को अपने घर में रहने दें। बता दें, बाल रेड्डी के घर में रहने के दौरान ही कीर्ति ने अपने पिता से विशाखापटनम में होने की बात कही थी। जब पुलिस ने जांच की तो मोबाइल लोकेशन हयातनगर में ही थी।
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