पुलिस को गुमराह करने के लिए मसाला डोसा मांगने वाला आतंकी
इंडियन मुजाहिदीन के चीफ यासिन भटकल से बात करना जांच एजेंसियों के लिए किसी टेढ़ी खीर से कम नहीं था। हैदराबाद के दिलखुश नगर ब्लास्ट में पिछले दिनों लंबी जांच के बाद भटकल साबित हुआ है दोषी।
हैदराबाद। इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के चीफ यासीन भटकल को पिछले दिनों हैदराबाद में दिलखुश नगर ब्लास्ट केस में दोषी ठहराया गया है। भटकल जांच एजेंसियों के लिए हमेशा से एक सिरदर्द रहा और दिलखुश नगर ब्लास्ट के बाद जांच में शामिल जांचकर्ताओं के लिए एक बार फिर वह सबसे मुश्किल आतंकी साबित हुआ।
मसाला डोसा और तरबूज की शर्त
भटकल न सिर्फ एक प्रशिक्षित आतंकी है बल्कि उसे जांचकर्ताओं को गच्चा देने में भी महारत हासिल है।
वह जांच के दौरान अक्सर कुछ न कुछ मांगता रहता था। भटकल से पूछताछ करने वाले बेंगलुरु के एक ऑफिसर की मानें तो उससे जानकारी हासिल करना काफी मुश्किल काम था।
अगस्त 2013 में भटकल को गिरफ्तार किया गया था और सवाल-जवाब के लिए बेंगलुरु लाया गया था। जब पहली बार उससे सवाल-जवाब शुरू हुए तो वह काफी लापरवाह सा नजर आया।
पहली बार पूछताछ के दौरान भटकल ने पुलिस से कहा कि उसे सोना है। जब वह जागा तो उसने कहा कि वह सिर्फ तभी सवालों के जवाब देगा जब उसे मसाला डोसा और तरबूत खाने को दिया जाएगा।
कभी कहता बात करने का मूड नहीं
पुलिस की मानें तो जब कभी उसे पूछताछ शुरू की जाती वही कोई न कोई मांग उनके सामने रख देता।
मसाला डोसा और तरबूज उसकी पहली मांग में से एक था। कई बार वह बहुत मूडी होता और कहता, 'बात करने का मूड नहीं है।'
कई बार तो वह उनसे कहता कि उसे अभी नींद आ रही है। कई बार तो उसके मना करने के बाद भी उससे पूछताछ की जाती और फिर जांचकर्ता तय करते कि उसे आराम देना है।
फिर पूछताछ की प्रक्रिया को दोबारा से शुरू किया जाता। जांचकर्ता उससे उसकी जिंदगी के बारे में पूछते और उससे जानना चाहते कि वह कैसे समय के साथ बदल गया।
पुलिस को किया गुमराह
ये जांचकर्ताओं का पुराना तरीका है जिसकी मदद से वह पहले तो अपराधियों को तनावरहित करते और फिर उनका भरोसा जीतते।
धीरे-धीरे भटकल उन्हें सबकुछ बताता गया। यासीन ने कई बातें ऐसी बताईं जो सच साबित हुईं। वहीं कई बार उसने पुलिस को अपने जवाबों से गुमराह भी किया।
यासीन ने पुलिस को बताया कि उसने कर्नाटक हाई कोर्ट में एक बम प्लांट किया है।
उसने तो यहां तक कहा कि उसका यह प्लान जल्द ही अपने अंजाम पर भी पहुंचेगा। जांच में भी यह बात साबित हुई कि भटकल ने पुलिस से झूठ बोला।