IAS बनने के लिए अपराजित ने छोड़ी 25 लाख की नौकरी, इस ट्रिक से पहले ही प्रयास में क्रैक किया UPSC एग्जाम
हिसार।। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में हरियाणा के हिसार के रहने वाले अपराजित ने सफलता हासिल की है। अपराजित की 174वीं रैंक आई है। अपराजित यह परीक्षा पहले ही प्रयास में पास की है। वह हरियाणा कैडर में आना चाहते हैं। अपराजित ने युवाओं को सलाह देते हुए कहा कि इस बात को भूल जाएं कि यूपीएससी पास करने में चार से पांच साल लगते हैं। अगर आप पूरी गंभीरता से इसकी तैयारी करेंगे तो आप पहली बार में भी यह परीक्षा पास कर सकते हैं। बता दें, यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा 2019 का फाइनल रिजल्ट मंगलवार को घोषित किया था। हरियाणा के सोनीपत निवासी 29 वर्षीय प्रदीप सिंह ने ऑल इंडिया नंबर एक रैंक हासिल की है। यह परीक्षा तीन चरणों में होती है। प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार।
25 लाख के पैकेज की जॉब छोड़ शुरू की यूपीएससी की तैयारी
हिसार के रहने वाले अपराजित ने 174वीं रैंक हासिल की है। अपराजित ने साल 2012 में सीबीएसई से हाईस्कूल और साल 2014 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी। अपराजित ने 12वीं में 92 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। इसके बाद उन्होंने आईआईटी मुंबई से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की। यहां से पास होने के बाद उन्हें एक कंपनी से 25 लाख रुपए के पैकेज का ऑफर आया, लेकिन अपराजित हमेशा से आईएसएस अफसर बनना चाहते थे। अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए उन्होंने 25 लाख रुपए के पैकेज की जॉब को ठुकरा दिया।
लक्ष्य को पूरा करने के लिए अपराजित ने अपनाया ये तरीका
अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए अपराजित ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। एक साल घर पर ही रहकर उन्होंने लगन से पढ़ाई की। इस दौरान उन्होंने ऑनलाइन कोचिंग ली। अपराजित के मुताबिक, वह रोज करीब 7 से 8 घंटे पढ़ाई करते थे। वहीं, अगर कोई दिन ऐसा होता जब वह पांच घंटे या कम पढ़ाई कर पाते तो अगले दिन समय बढ़ाकर पढ़ाई करते थे। इस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया से पूरी तरह से दूरी बनाकर रखी। अपराजित ने बताया कि वह माइंड फ्रेश करने के लिए फिल्म देखते थे। घरवालों से बातचीत कर भी वह रिलैक्स करते थे।
सोनीपत के प्रदीप सिंह ने हासिल किया पहला स्थान
बता दें, यूपीएससी में पहला स्थान पाने वाले प्रदीप सिंह हरियाणा के सोनीपत जिले के रहने वाले हैं। प्रदीप के पिता सुखवीर सिंह पूर्व ग्राम सरपंच हैं। प्रदीप का यह चौथा प्रयास था। इससे पहले 2018 के यूपीएससी एग्जाम में उन्होंने 260 रैंक हासिल की थी। यूपीएससी सिविल सेवा के जरिए इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज (आईएएस), भारतीय पुलिस सर्विसेज (आईपीएस) और भारतीय फॉरेन सर्विसेज (आईएफएस), रेलवे ग्रुप ए (इंडियन रेलवे अकाउंट्स सर्विस), इंडियन पोस्टल सर्विसेज, भारतीय डाक सेवा, इंडियन ट्रेड सर्विसेज सहित अन्य सेवाओं के लिए चयन किया जाता है।